Transform youself - Knowledge points by Sri Sri Ravi Shankar - Must read or download
Thursday, February 12, 2009
Sunday, February 1, 2009
This Drama
What is it you are hanging on to? How long will you continue this play, this drama? What is happening? Hmm?
तुम किसके लिए अटके हुए हो? कब तक तुम इस खेल को, इस नाटक को खेलते रहोगे? क्या हो रहा है? हम्म?
तुम किसके लिए अटके हुए हो? कब तक तुम इस खेल को, इस नाटक को खेलते रहोगे? क्या हो रहा है? हम्म?
The Human Body
There is hope for every soul, for every human being, to live unconditional love. That is why human body is so precious---because in this body you have the ability to erase all the unwanted negative impressions.
प्रत्येक आत्मा के लिए, प्रत्येक इंसान के लिए यह आशा है की, वेह निःस्वार्थ प्रेम में जी सकता है. इसीलिए इंसान का शरीर इतना अनमोल है---क्योंकि इस शरीर में तुम्हारे पास यह योग्यता है की तुम हर अनचाहे नकारात्मक छाप को मिटा सकते हो.
प्रत्येक आत्मा के लिए, प्रत्येक इंसान के लिए यह आशा है की, वेह निःस्वार्थ प्रेम में जी सकता है. इसीलिए इंसान का शरीर इतना अनमोल है---क्योंकि इस शरीर में तुम्हारे पास यह योग्यता है की तुम हर अनचाहे नकारात्मक छाप को मिटा सकते हो.
Angels
They are very jealous of human beings, the angels, because as human being you can experience Divine Love. So they have to be born as human beings in order to become a devotee, in order to experience Divine Love. वेह इंसान से बहुत इर्ष्या करते हैं, देवता, क्योंकि इंसान हो कर तुम इश्वर्य प्रेम को अनुभव कर सकते हो. इसलिए उन्हें भक्त बन्ने के लिए, इश्वर्य प्रेम को अनुभव करने के लिए इंसान के रूप में जनम लेना होता है.
God and Devotees
God is all over. God is in the stone. God is in the flowers. God is in the garbage can. God is all over, but devotee is not all over. So God runs behind His devotees. To God, devotees are very dear, so dear.
इश्वर सब जगह है. इश्वर पत्थर में है. इश्वर फूल में है. इश्वर कूडेदान में है. इश्वर सब जगह है, परन्तु भक्त सब जगह नहीं है. इसीलिए इश्वर अपने भक्तों के पीछे दौड़ता है. इश्वर को, भक्त बहुत प्रिय हैं, बहुत प्रिय.
इश्वर सब जगह है. इश्वर पत्थर में है. इश्वर फूल में है. इश्वर कूडेदान में है. इश्वर सब जगह है, परन्तु भक्त सब जगह नहीं है. इसीलिए इश्वर अपने भक्तों के पीछे दौड़ता है. इश्वर को, भक्त बहुत प्रिय हैं, बहुत प्रिय.
Ego is Complicated
Ego wants something which is very difficult. It doesn't recognize the simplicity in life. Life is simple. Ego is very complicated.
अंहकार वेह चाहता है जो बहुत कठिन है. वेह जीवन में सरलता को पहचान नहीं पता है. जीवन सरल है. अंहकार बहुत उलझा हुआ है.
अंहकार वेह चाहता है जो बहुत कठिन है. वेह जीवन में सरलता को पहचान नहीं पता है. जीवन सरल है. अंहकार बहुत उलझा हुआ है.
Seeing God
The future is very comfortable. Glorifying the past is very comfortable. Seeing God now, here, is difficult. Seeing God in yourself is even more difficult भविष्य बहुत आरामदायक है. भूतकाल की बड़ाई करना बहुत आरामदायक है. इश्वर को अब, यहाँ, देखना कठिन है. इश्वर को अपने में देखना और भी कठिन है.
Fall in Love with a Flower
If you just fall in love with a flower, you go on appreciating it and go deep into that, and you will see that flower dissolves into the formless. You will see the space which is hiding deep inside that flower.
यदि तुम फूल से प्यार कर बैठे हो, तुम उसकी प्रशंसा करते रहते हो और उस में डूब जाते हो, और तुम देखते हो की फूल निराकार में मिल जाता है. तुम उस शून्य को देख पाते हो जो उस फूल की गहराई में है.
यदि तुम फूल से प्यार कर बैठे हो, तुम उसकी प्रशंसा करते रहते हो और उस में डूब जाते हो, और तुम देखते हो की फूल निराकार में मिल जाता है. तुम उस शून्य को देख पाते हो जो उस फूल की गहराई में है.
Honoring is Divine Love
In whomsoever you see whatever good quality---appreciating it, honoring it, heightening it, enlightening it---this is Divine Love, this is bhakti, this is devotion. जिस किसी में तुम जो भी अच्छाई देखते हो---उसकी प्रशंसा करो, उसको सम्मानित करो, उसे ऊँचा उठाओ, उसे चमकाओ---यह इश्वर्य प्रेम है, यह भक्ति है, यह भक्ति है.
Incomplete and Infinite
Love is incomplete. And it will have to remain incomplete. If it completes, it finds an end. Whatever is completed, whatever is full, total, that means you have marked the boundaries, you have found its limitations. For love to be infinite, it has got to be incomplete. Whatever is incomplete is infinite.
प्रेम अधूरा है. और उसे अधूरा ही रहना है. यदि वेह पूर्ण हो जाता है, वेह अनंत खोज लेता है. जो कुछ भी पूर्ण हो चूका है, जो कुछ भी भरा है, सम्पूर्ण है, अर्थात तुमने सीमा खेंच्ली है, तुमने उसकी सीमा खोज ली है. प्यार को अनंत होने के लिए, अधूरा रहना होगा. जो भी अधूरा है वेह अनंत है.
प्रेम अधूरा है. और उसे अधूरा ही रहना है. यदि वेह पूर्ण हो जाता है, वेह अनंत खोज लेता है. जो कुछ भी पूर्ण हो चूका है, जो कुछ भी भरा है, सम्पूर्ण है, अर्थात तुमने सीमा खेंच्ली है, तुमने उसकी सीमा खोज ली है. प्यार को अनंत होने के लिए, अधूरा रहना होगा. जो भी अधूरा है वेह अनंत है.
Subscribe to:
Posts (Atom)