Wednesday, August 27, 2008

8/17/2008

Take Life as a Play

Take life not serious. If you take life very serious, then you are bound to be disturbed. The only way you can maintain your equanimity is to take it as a play, as a game, and not take anything too serious.

जीवन को गंभीरतापूर्वक मत लो. यदि तुम जीवन को बहुत गंभीरतापूर्वक लोगे, तो तुम विवश हो परेशां होने के लिए. केवल एक तरह तुम अपनी समता बनाये रख सकते हो वेह है उस नाटक रूप में, खेल रूप में देखना और कुछ भी गंभीरतापूर्ण न लेना.

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