Tuesday, October 21, 2008

10/10/2008

Blame
When something wrong happens, we either blame ourselves or blame somebody else. We don't just take things as they are; we want to find out a reason, and label it, and put the blame on somebody else. Or, on ourselves. जब कुछ ग़लत होता है, हम या तो ख़ुद को दोष देते हैं या दुसरो को दोष देते हैं. हम चीजों को वैसे नहीं लेते जैसे वेह होते हैं, हम कारण ढूंढ़ना चाहते हैं, और उस पर मोहर लगते हैं, और दोष दुसरो पर दाल देते हैं. या, अपने आप पर.

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