Friday, November 14, 2008

11/4/2008

Wanting to Merge
The soul is not satisfied by just the physical bodies coming closer. It wants something more. It wants to merge. It wants to vanish and disappear. This is what we call love.
केवल शरीर को पास लेन से आत्मा संतुष्ट नहीं होती है. यह इस से कुछ अधिक चाहती है. यह इस मैं मिल जन चाहती है. यह अदृश्य और छीप जन चाहती है. इस को ही हम प्रेम कहते हैं.

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