Spiritual Practices and Pain
If you do spiritual practices, to do that needs an effort---that is painful. If you don't do it, not doing it creates more pain; it's even more painful. यदि तुम अध्यात्मिक क्रियाओं को करते हो, यह करने के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है---यह दर्द्नीय है. यदि तुम इसे नहीं करते हो, उसे नहीं करना अधिक दर्द उत्पन्न करता है.
Friday, November 14, 2008
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