Sunday, July 13, 2008

7/8/2008

In the Company of Love
In the company of one who is living Love, you also can’t but spring into that Love. प्रेम मैं जीने वालों की सांगत मैं रहने से तुम और कुछ नहीं परन्तु प्रेम मैं मिल जाते हो.

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