Friday, May 16, 2008

15/5/2008

Illusions
You build a world in your mind only through your intentions, your own thought processes। You go on building a castle: what the other person is thinking about you---they may not even think about you anything. You may simply not exist in other person's consciousness, for they are worried about themselves. But you build a big castle about what they are thinking about you in your mind.

तुम अपनी दुनिया अपनी अकन्षाओं द्वारा अपने मन मैं बना लेते हो, तुम्हारे अपने ही विचारों की प्रकिया से। तुम महल बनाते रहते हो : दूसरा व्यक्ति तुम्हारे बरे मैं क्या सौच रहा है, चाहे वो तुम्हारे बारे मैं कुछ भी ना सोच रहा हो ।
तुम चाहे दुसरे व्यक्ति की चेतना मैं हो ही नही,
क्यों की वो अपने बरे में चिंता करते रहते हैं ।
परन्तु तुम अपने मन मैं बड़े-बड़े महल बना लेते हो की वेह तुम्हारे विषय मैं क्या सौच रहे हैं ।

No comments: