Untouched
The very purpose for being in this body, for every one of us, is to live and rejoice in that virgin area, that untouched, pure and ever green, blissful area of our Self.
इस शरीर में होने का एक मात्र उद्देश्य है, हम सब के लिए, जीने के लिए है और उस पवित्र जगह में खुश रहने के लिए, वेह अच्चूत, शुद्ध और सदा बहार, तुम्हारी आत्मा की आनंदमयी जगह.
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