Sunday, December 7, 2008

11/27/2008

Intense Joy
When we get in touch with the source of life, then all of other tensions, worries which have been clouding this manifestation, fall off and we can sing, dance, and be happy. Life can become very intense, intense in the sense of being joyful.

जब हम जीवन के स्रोत के साथ जुड़ते हैं, तब सब तनाव, चिंताएँ जो इस प्रदर्शन को घेरे रहती हैं, गिर जाती हैं और हम गा सकते हैं, नाच सकते हैं, और खुश हो सकते हैं. जीवन बहुत तनावपूर्ण हो सकता है, खुश रहने के तात्पर्य से तनावपूर्ण.

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