Senses Lead Within
Each of the senses lead you to a point deep inside you that is the fountain of joy. Whether touch, sex, or sight, or music, or smell, or taste---the joy that is coming to you is coming from a source deep within.
हर एक इंद्रिय तुम्हारा नेत्रित्व ओउस बिन्दु तक करती है , जो तुम्हारे भीतर है, जो खुशी का फव्वारा है । या तो स्पर्श, काम वासना, या दृष्टि, या संगीत, या सुगंध, या स्वाद---से खुशी जो तुम तक पहुँच रही है , इसका श्रोत तुम्हारी आतंरिक गहरे मैं है ।
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