Sunday, September 21, 2008
9/21/2008
Listen from your heart. Soak into it. Observe. That is your home. And your brain, your intellect is like a car; it's the motor that drives you there. But even after getting into your garage, if you refuse to step out of your car, you will never enjoy your home.
अपने दिल से सुनो. इसमें भिगो. दयां दो. वेह तुम्हारा घर है।
और तुम्हारा दिमाग, तुम्हारी बुद्धि कार की तरह है, मोटर ही तुम्हे वहां ले जाती है. परन्तु तुम्हारे गराज मैं घुसने के बाद, यदि तुम अपनी कार से बहार निकलने से मना कर देते हो, तुम अपने घर का कभी आनंद नहीं ले पाओगे.
9/20/2008
We have this ability, but we have forgotten to listen from our heart. That is why we are tense and worried and dull and dry---we feel dry in life. The joy comes when we can listen from our heart.
हमारे पास यह योग्यता है, परन्तु हम अपने दिल से सुनना भूल गए हैं. इसीलिए हम तनाव मैं हैं और परेशां और सुस्ता और रूखे है ---हम जीवन मैं रूखा महसूस करते हैं. खुशी तब आती है जब हम अपने दिल से सुन्नते हैं.
9/19/2008
Head and Heart
Use your brain, it's necessary. Use your brain. I'm not saying shut off your brain and only live in the heart all the time, no. It has its function. But it is possible that we have shut off functioning from the heart and we are stuck in the head---that is another extreme.
अपना दिमाग प्रयोग करो, यह जरूरी है. अपना दिमाग प्रयोग करो. मैं यह नहीं कछ रहा की अपना दिमाग बंद कर दो और हर समय केवल अपने दिल मैं रहो, नहीं. उस का अपना काम है. लेकिन यह हो सकता है की हम दिल से कम लेना बंद कर दें और दिमाग तक रुक जायें---यह एक और किनारा है.
9/18/2008
When heart speaks and heart listens, harmony is produced. It is always so. When head talks and head listens, argument is produced. जब दिल बोलता है और दिल सुनता है, एक लिय उत्पन्न होती है. हमेशा ऐसा ही होता है. जब दिमाग बोलता है और दिमाग सुनता है, बहस उत्पन्न होती है---जब दौ दिमाग बोलते हैं.
9/17/2008
Disagreement
Whether you agree with me or disagree with me, what does it matter to what is? What is, is
तुम मुझसे सहमत हो और मुझसे नहीं सहमत हो, क्या अन्तर पड़ता है जो है वोह है? जो है, है.
9/16/2008
When you listen, listen to something more. Not just to the sound, but to the silence, too.
जब तुम सुनो , कुछ अधिक सुनो . केवल आवाज तक ही नहीं, परन्तु शान्ति तक भी.
9/15/2008
It's not the action; it is the state of your Being, the intention deep inside from which you act, that makes a difference।
यह कार्य नहीं है; यह तुम्हारे होने की अवस्था है, आकांक्षा जो तुम्हारे भीतर गहराई मैं है जिस से तुम कार्य करते हो, यह भिन्नता लाती है.
9/14/2008
Look Inside Another
You may not like somebody's action, what they do, but look into that Divine love that is deep inside them.
तुम किसी का कार्य पसंद नहीं कर सकते हो, वेह क्या करें, परन्तु उस इश्वर्य प्रेम को देखो जो उन की भीतरी गहराई मैं है.
9/13/2008
For every step, the previous phase has to be disolved. One phase disolves to give space for another, and it is always evolutionary. So there is no reverting back, no reversing---it is evolutionary. It can stop for a while, but then it continues. हर कदम के लिए, पिछली घटना को समाप्त करना होता है. एक घटना समाप्त होती है , दुसरे को जगह देने के लिए, और यह हमेशा चलता रहता है. इसलिए यहाँ पीछे लौटना नहीं है, पीछे नहीं--- यह चलता रहता है. यह कुछ समय के लिए रुक सकता है, परन्तु फिर चलता है.
9/12/2008
Every pain that you undergo in this process is for the higher growth. A seed has pain to sprout, and a sprout has pain to become bigger. प्रत्येक दर्द जो तुम इस क्रिया मैं अनुभव करते हो तुम्हारी उन्नति के लिए है. एक बीज अंकुरित होने के लिए दर्द उठता है और अंकुर बार होने के लिए दर्द उठता है.
9/11/2008
This entire creation is rejoicing in you। Because, it is a play, it is a game. It's not a serious something that is judged and punished.
यह सम्पूर्ण सृष्टि तुम मैं खुशियाँ मना रही है. क्योंकि, यह एक नाटक है, यह एक खेल है. यह कोई गंभीर समस्या नहीं है जिसे जांचा जाए या दुन्दित किया जाए.
9/10/2008
In every breath there is Divine nectar. There is nectar that flows out of it. Or poison can flow.
प्रत्येक साँस मैं इश्वर्य अमृत है. अमृत ही उस से बहार की तरफ़ बहता है. या विष बह सकता है.
Wednesday, September 10, 2008
9/9/2008
You sit and think; you sit and feel. Do you think that feeling just remains with you? It reaches far beyond this universe. Your intentions, your feelings get spread much faster than the radiation. It is spread all over this globe and far, far beyond.
तुम बैठो और सौचो; तुम बैठो और महसूस करो। क्या तुम सौचते हो की अनुभव सिर्फ़ तुम्हारे साथ रहते है? यह सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड मैं पहुँच जाती है. तुम्हारी आकांक्षाएं, तुम्हारे अनुभव रेडिएशन से भी अधिक तेज फैलता है. यह संपूण धरती पर और भी दूर दूर तक फैला हुआ है.
9/8/2008
Where will we be in 5,000 years? What is going to happen in 5,000 years? Have a bigger plan! In 10,000 years, what is going to happen? Where will you be?
५००० साल मैं हम कहाँ होंगे? ५००० साल मैं क्या होने वाला है? कुछ बड़ा सौचा है! १०,००० साल मैं क्या होने वाला है? तुम कहाँ होंगे?
9/7/2008
Many problems have come, many problems have been solved, and each problem has enriched life in some way, has brought up some strength in you.
बहुत सारी मुश्किलें आती हैं, बहुत सारी मुश्किलें सुलझ जाती हैं, और हर मुश्किल किसी-न-किसी प्रकार से जीवन का श्रृंगार करती है, तुम्हारे अदंर शक्ति ले कर आती है.
9/6/2008
In nature, both destruction and creation are complementary. They are two steps---like day and night. All opposite values in nature, they all dance together. It has been that way since the beginning. It'll continue 'til the end.
प्रकृति मैं, दौनो विनाश और सृजन एक दुसरे के पूरक हैं. यह दोउ तरीके हैं---जैसे दिन और रात. सृष्टि मैं सारे विपरीत गौण, एक साथ नाचते हैं. आरंभ से यह इसी तरह से है. अनंत तक ऐसा ही चलता रहेगा.
9/5/2008
Your life, itself, is a celebration of the Infinity, the Divine---however it is. तुम्हारा जीवन, स्वयं, अनंत, इश्वर, का उत्सव है ---जैसे भी हो.
9/4/2008
You are as important in this creation as God, not less important.
तुम इस सृष्टि मैं उतने ही महत्वपूर्ण हो जितना इश्वर, उस से कम महत्वपूर्ण नहीं.
9/3/2008
Everything in this creation glorifies everything else। Clapping Your own hands together, You rejoice in my presence. It's all You, it's all You, it's all You.
इस सृष्टि मैं सब कुछ, बाकि सब की प्रशंसा करते हैं. अपने हाथों से ताली बजाकर, तुम मेरी मौजूदगी मैं खुशी मानते हो. तुम ही तो हो, तुम ही तो हो, तुम ही तो हो.
9/2/2008
In tears of joy, in tears of sorrow, Alike You play and dance and sing, And You celebrate. It's all You, it's all You, it's all You. खुशी के आंसुओं मैं, गम के आंसुओं मैं, तुम एक समान खेलते हो और नाचते हो और गाते हो, और तुम उत्सव मानते हो. तुम ही तो हो, तुम ही तो हो, तुम ही तो हो.
9/1/2008
Nothing But You -- Pt 2
Whether the bark or the thorn, Or the root or in the mud, Your face is reflected, Smiling and dancing and laughing and singing. It's all You, it's all You, it's all You.
चाहे तना हो या कांटे, या तो जडा या मिटटी मैं, तुम्हारा ही चेहरा प्रतिबिंबित होता है, मुस्कुराते और नाचते और हँसते और गाते. तुम ही तो हो, तुम ही तो हो, तुम ही तो हो.
8/31/2008
Oh, Dear, this creation is a celebration of Thy Presence. I see You in the leaves, in the petals, In the stem, and in the thorns And in the unseen roots, It's all You, and You, and You. Nothing but You ओह, प्रिय, यह सृष्टि ईश्वर की उपस्थिति का उत्सव है. मैं तुम्हे पत्तों मैं, पंखुरियों मैं, ताने मैं, और कांटे मैं और उन्देखी जड़ों मैं देखता हूँ , सब तुम ही हो, और तुम, और तुम. कुछ भी नहीं केवल तुम.
8/30/2008
Behind every activity, pleasant, unpleasant, chaotic, harmonious, is one Divinity. प्रत्येक सुखद, अप्रिय, गड़बड़, सुरीली, क्रिया के पीछे एक ईश्वरीय शक्ति है.
8/29/2008
If you don't see Him in the laughter of a child, then you have never heard the laughter of a child। If you have never seen Him in the twinkle of an eye, in the wink of an eye of a youth, you have never observed the real beauty.
अगर तुम उसे एक बच्चे की हंसी मैं उसे नहीं देखते हो, तो तुमने बच्चे की हंसी कभी नहीं सूनी. अगर तुमने उसे झिलमिलाती आंखों मैं कभी नहीं देखा है, युवा की आंखों मैं, तुमने वास्तविक सुन्दरता को कभी नहीं देखा है.
8/28/2008
If a flower does not remind you of the eternal Truth, then it has not fulfilled its purpose. अगर फूल तुम्हे आतंरिक सत्य की याद नहीं दिलाता है, तो उसने अपना उद्देश्य पूरा नहीं किया है.
8/27/2008
A hand unseen is behind this creation, and every pair of eyes is looking for that hand, which is not seen. Wherever one looks, one is looking for that hand which is behind and unseen.
इस सृष्टि के पीछे एक उन्देखा हाथ है, और प्रत्येक आँख उसे ढूँढ रही है, जिसे कभी नहीं देखा है. जहाँ भी मानव देखता है, वेह उसे हाथ को ही खोजता है जो इसके पीछे है और उन्दिखा है.
8/26/2008
Everything in this creation is a sign of celebration।
सृष्टि की प्रत्येक वस्तू उत्सव का चिन्ह है.
8/25/2008
When you sit for meditation, are your eyes steady? Is your breath steady? Is the prana haphazard? Is it going smooth and steady or going haphazard? When the senses are steady, the soul also becomes peaceful. Your Being, your spirit inside you, becomes steady.
जब तुम ध्यान के लिए बैठते हो, क्या तुम्हारी आँखें स्थिर होती हैं? क्या तुम्हारी स्वांस स्थिर है? क्या प्राण उथल-पुथल हैं? क्या वेह सरलता और स्थिरतापूर्वक चल रही है या उथल-पुथल चल रही है? जब इन्द्रियां स्थिर होती हैं, आत्मा भी शांत हो जाती है. तुमारा होना, तुम्हारे अन्दर की आत्मा, स्थिर हो जाती है.
8/24/2008
Though you exist with a body, in the state of samadhi you are not there at all. In other words you can say, live as though you don't exist--this is samadhi.
ये सही है की तुम शरीर के साथ हो, परन्तु समाधी की अवस्था में तुम वहां होते ही नहीं हो. दुसरे शब्दों में तुम कह सकते हो, ऐसे जियो जैसे तुम हो ही नहीं--यही समाधी है.
8/23/2008
If you want to grow in Divine Love, you have got to drop the pride and all of the artificial wall we build between ourselves and others. In the "wall" we keep judging others, and we think others are judging us.
यदि तुम इश्वर्य प्रेम में बढ़ना चाहते हो, तुम्हे अपना अंहकार और जो हम अपने और औरों के बीच में अप्राकृतिक दीवार कड़ी कर लेते हैं उसे छोडना होगा. "दीवार" में हम औरों को जांचते रहते हैं, और हम सौचते हैं की दौसरे हमे जाँच रहे हैं.
8/22/2008
Your forgiveness should be such that the person who is being forgiven does not even know that you are forgiving them. They don't even feel guilty of a mistake. That is the right type of forgiveness.
तुम्हारी क्षमा ऐसी होनी चाहिए की व्यक्ति जिसे क्षमा किया जा रहा हो उसे पता ही ना हो की तुम उन्हें क्षमा कर रहे हो। वेह अपनी गलती पार अपराधी भी महसूस ना करे. वहि सही तरह की क्षमा है.