Friday, December 26, 2008

Teachings of Guru Sri Sri Ravishankar

Guruji outlines knowledge points so beautifully must read।

गुरूजी की सरल भाषा में जीवन के अनमोल मोती अवश्य पढिये
Teachings of Guru Sri Sri Ravishankar.doc

12/26/2008

God is…#3
God is love. Being in love is sharing that love.

इश्वर प्रेम है. प्रेम में होना उस प्रेम को बाँटना है

12/25/2008

God is…#2
God is joy. इश्वर आनंद है.

12/24/2008

God is…
God is peace.

इश्वर शान्ति है.

12/23/2008

You are the source of joy
You are the source of joy. You are the source of love. तुम आनंद के स्रोत हो. तुम प्रेम के स्रोत हो.

12/22/2008

Just Relax!
Take a while and just relax. Repose in the depth of your being.

थोड़ा समय निकालो और केवल आराम करो. अपने अन्तर की गहरे में विश्राम करो.

12/21/2008

Clogged
Every experience, when it is over done, every sense, brings nausea. Craving turns into aversion. And aversion continues, then it turns into craving. With this feverishness of aversion and craving the mind gets clogged, closed---it's unable to see the light deep within.

प्रत्येक अनुभव, जब मात्र से अधिक हो जाता है, प्रत्येक ज्ञानेंद्री, अरुचि पैदा करती है. लालसा घ्रिणा में परिवर्तित हो जाती है. और घ्रिणा बनी रहती है, जो लालसा में बदल जाती है. इसके साथ ग्रीना और लालसा का ज्वर मन् में रूकावट पैदा करता है---वेह अपने अन्दर के प्रकाश को देखने में असमर्थ रहता है.

12/20/2008

Limited Senses, Unlimited Desire
Actually, the real craving of the mind, of the being, is for Divine Love, for unlimited joy. Every sole is craving for unlimited joy, joy which has no boundaries, but senses cannot provide them with what they are searching for through the senses. The capacity to enjoy for our senses is limited. But the desire is unlimited. वास्तव में, मन की, जीव की लालसा, इश्वर्य प्रेम , असीम आनंद के लिए है. प्रत्येक आत्मा को असीम आनंद की लालसा है, आनंद जिसकी कोई सीमा न हो, परन्तु इन्द्रियां जिनके मध्यम से वेह उसे खोज रहा है वेह आनंद नहीं दे सकती. हमारी इन्द्रियों से प्राप्त होने वाला आनंद सीमित है. परन्तु इच्छा असीमित है.

12/19/2008

Observation is the Key
Craving never dies by experience---craving or aversion goes only through observation.

लालसा अनुभव से कभी नहीं मरती है---लालसा या ग्रीन केवल ध्यानपूर्वक देखने से जाती है

12/18/2008

Dropping the Craving
Dropping the craving in the mind, or aversion in the mind, for any particular sense objects, strengthens the mind---and only a strong mind can ever experience Divine Love. दिमाग से लालसा को हटाना, या दिमाग से ग्रीन को हटाना, किसी विशेष इंद्रिय विषय के लिए, दिमाग को मजबूत बनाता है---और केवल एक मजबूत दिमाग ही इश्वर्य प्रेम को अनुभव कर सकता है.

12/17/2008

The Family of Negativity
'Feverishness' will create anger, and that whole thing will go on like that. From anger you get attachment, jealousy, frustration---all this family of negativity will start. 'ज्वर'क्रोध उत्पन्न करता है, और सब कुछ उसी तरह का चलने लगेगा. क्रोध से तुम लगाव, इर्ष्या, निराशा मिलती है---यह सब तरह की नकाराक्तायें प्रारम्भ हो जाती हैं.

12/16/2008

Craving, Aversion, Feverishness
It is impossible to be without being with the five senses in the world---but the craving for it should drop. Because every craving or aversion creates a feverishness in the mind, and whenever the mind is in the grip of feverishness it is far away from love. पाँचों इन्द्रियों के बिना संसार में रहना असंभव है---परन्तु उसकी लालसा छूटनी चाहिए. क्योंकि लालसा और घ्रिना दिमाग में ज्वर उत्पन्न करती है, और जब भी दिमाग ज्वर के जकड में होता है वेह प्रेम से बहुत दूर हो जाता है.

12/15/2008

Love is Beyond
Love is beyond sight, touch, smell, taste, and sound. प्रेम दृष्टि, स्पर्श, गंध, स्वाद, और ध्वनि से परे है.

12/14/2008

Objects and Thoughts
Either we are with the objects of the senses or we are with the thought of the objects of the senses.
या तो हम इंद्रिय विषयों के साथ हैं या हम इंद्रिय विषयों के विचारों के साथ हैं.

12/13/2008

Spritual Blossoming
'Spiritual blossoming' simply means blossoming in life in all dimensions---being happy, at ease with yourself and with everybody around you.
'अध्यात्मिक रूप से खिलना' का अर्थ है जीवन में हर दिशा में खिलना---खुश रहना, आराम से रहना अपनेआप साथ तथा दूसरो के साथ जो तुम्हारे आस-पास हैं.

12/12/2008

A Path of Joy
The path of love is not a tedious path. It's a path of joy. It's a path of singing and dancing. It's not a desert. It is a valley of flowers.

प्रेम का रास्ता मुश्किल नही है.यह खुशी का रास्ता है.यह मस्ती (गाना और मस्ती मे नाचना) का रास्ता है.यह वीरान नही हेह.यह फूलो की घाटी है.

Thursday, December 18, 2008

12/11/2008

Who Can Guide You
One who has gone through a way, reached the goal, can guide you properly. वेह जो राह पर चल चुका है, मंजिल को पा चुका है, तुम्हारा ठीक तरह से मार्गदर्शन कर सकता है.

12/10/2008

Blaming the Divine
Anything you blame in this creation, you are blaming the Divine. इस सृष्टि में तुम जिस किसी पर आरोप लगते हो, तुम इश्वर पर आरोप लगते हो.

12/9/2008

Continue Arguing
Look at this arguing mind. This is what you have been carrying all these years---and you want to continue carrying it? इस विवाद करते दिमाग को देखो. येही तुम इतने सालों से धोते आ रहे हो---और तुम इसे जरी रखना चाहते हो?

2/8/2008

Stiffness Gets Slapped!
In life, any time you become stiff---and there you get a slap! Become soft; smile there. Any stiffness, life just smoothens it out, evens it out, in you.
जीवन में, किसी भी समय तुम कड़े हो जाते हो---और तभी तुम तमाचा खाते हो! नरम हो जाओ; वहां मुस्कराओ. कोई भी कडापन, जीवन चिकना कर देता है, ठीक कर देता है, तुम में.

Sunday, December 7, 2008

12/7/2008

Feverishness
When feverishness clogs your head, your mind is not clear; a poetry cannot dawn on that. If there is feverishness, any creative thought will not come.

जब ज्वर तुम्हारे सर में भर जाता हो, तुम्हारा दिमाग खली नहीं हो; कविता नहीं आरंभ कर सकते. यदि वहां ज्वर है, कोई भी रचनात्मक विचार नहीं आयेंगे.

12/6/2008

How big is your mind?
One single thought in the mind can restrict your awareness, the totality of awareness. How big is your mind? How vast is your life? There are so many things in life. One small, insignificant thought, insignificant thing, can clog and cloud your whole awareness. तुम्हारे दिमाग में एक अकेला विचार तुम्हारी सजगता को रोकता है, पूर्ण सजगता. तुम्हारा दिमाग कितना बड़ा है? तुम्हारा जीवन कितना फैला है? इस जीवन में बहुत सारी चीज़ें हैं. एक छोटा , लघु विचार, चोटी वस्तू, तुम्हारी सारी सजगता को रोक सकती है.

12/5/2008

Shoulds
Your concept in the mind that things should be a certain way causes pain in the mind. The cause of distress is set concepts in the mind.

तुम्हारे दिमाग में यह विचार की हर चीज़ एक निश्चित रूप से होनी चाहिए दिमाग में दर्द उत्पन्न करती है. दिमाग में विचार स्थापित करना ही तनाव का कारण है.

12/4/2008

One Consciousness
It's one consciousness that has become the body, has become the mind, intellect, emotions, ego, self. Everything that you have in you is made up of one consciousness---like every wave of the water is made up of the water itself, and nothing other than the water.

एक ही चेतना है जो शरीर बन गई है, दिमाग बन गई है, बुद्धि, भावनाएं, अंहकार, आत्मा. तुम्हारी हर चीज़ जो तुम में है एक ही चेतना से बनी है---जैसे हर पानी की लेहर पानी से ही बनती है, और पानी के आलावा कुछ और नहीं.

12/3/2008

Whirlpool
This consciousness is like a lake. And the inner faculties of the mind are like a whirlpool in there.

यह चेतना एक तालाब के समान है. और दिमाग अंदरूनी यग्यता भंवर के समान है.

12/2/2008

Already Connected
The moment you feel a connection from your side---just know, you have already been connected; otherwise, you won't even come anywhere near this knowledge, this path.

जिस घड़ी तुम्हे अपनी तरफ़ से सम्बन्ध महसूस हो---केवल यह जानो, तुम पहले से ही जुड़े हो; नहीं तो, तुम इस ज्ञान, इस मार्ग के समीप भी नहीं आ पते.

12/1/2008

No Rejects!
A master is like an ocean. Ocean is there, readily available. It does not reject anybody.

गुरु सागर के समान होता है. सागर वहां, तत्पर उपलब्ध है. वेह किसी को नापसंद नहीं करता है.

11/30/2008

Transformative
Awareness, understanding, experiencing the life energy down inside, can bring huge transformation.

सजगता, समझ, जीवन की उर्जा को अनुभव करना, बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं.

11/29/2008

Pain vs. Thought of the Pain
It's not the pain that is bothering us; it is the thought of the pain that bothers one. It's not the situation that one is troubled with, but the fear of the situation that is troubling one.

यह दर्द नहीं है जो हमें व्याकुल कर रहा है; यह दर्द का विचार ही हमें व्याकुल कर देता है. यह स्थिति नहीं है जिस से हम परेशान होते हैं, परंतु स्थिति का डर हमें परेशान करता है.

11/28/2008

What do you Want in Life?
What is it that one wants in life? It is joy, is love. And that is one's very nature.
वेह क्या है जो जीवन में चाहिए? वेह खुशी है, प्रेम है. और यह हमारी प्रक्रति है.

11/27/2008

Intense Joy
When we get in touch with the source of life, then all of other tensions, worries which have been clouding this manifestation, fall off and we can sing, dance, and be happy. Life can become very intense, intense in the sense of being joyful.

जब हम जीवन के स्रोत के साथ जुड़ते हैं, तब सब तनाव, चिंताएँ जो इस प्रदर्शन को घेरे रहती हैं, गिर जाती हैं और हम गा सकते हैं, नाच सकते हैं, और खुश हो सकते हैं. जीवन बहुत तनावपूर्ण हो सकता है, खुश रहने के तात्पर्य से तनावपूर्ण.

11/26/2008

Untouched
The very purpose for being in this body, for every one of us, is to live and rejoice in that virgin area, that untouched, pure and ever green, blissful area of our Self.

इस शरीर में होने का एक मात्र उद्देश्य है, हम सब के लिए, जीने के लिए है और उस पवित्र जगह में खुश रहने के लिए, वेह अच्चूत, शुद्ध और सदा बहार, तुम्हारी आत्मा की आनंदमयी जगह.

11/25/2008

A Point In Us
There is a point in us that will remain ever pure, total joy, and bliss---bliss that can never be taken away from us.
हम में एक बिन्दु है जो सदा शुदा है, सम्पूर्ण खुशी, और आनंद---आनंद जो कभी हमसे दूर नहीं किया जा सके.

11/24/2008

I Am Not the Body
This definite knowledge, that I am not the body, I am the Self, I am the space, I am the Imperishable, untouched, untainted by the "prakriti," by this world around me; this body is all hollow and empty, and every particle in this body is changing, and changing, and changing; the mind is changing and changing and changing---this definite knowledge is *the* way out of the cycle
यह उचित ज्ञान, की मैं शरीर नहीं हूँ, मैं आत्मा हूँ, मैं आकाश हूँ, मैं अनंत हूँ, अछूत, “प्रकृति” जिस से दूषित नहीं है, मेरे चारों और इस संसार से; यह सम्पूर्ण शरीर खोखला और खली है, और इस शरीर का हर एक अनु परिवर्तित हो रहा है, और परिवर्तित हो रहा है, और परिवर्तित हो रहा है; चित्त परिवर्तित हो रहा है, और परिवर्तित हो रहा है, और परिवर्तित हो रहा है---यह उचित ज्ञान ही इस चक्र से बहार निलकने का रास्ता है.

11/23/2008

The Way Out of Ignorance
The way to come out of ignorance is a definite understanding, a definite knowledge in the mind, that my body is undergoing change all the time, the world is undergoing change all the time, the entire universe is in a state of fluidity and it is all full of change and it is going on on its own, according to its nature.
अज्ञानता से बहार निकलने का एक रास्ता है उचित समझ, चित्त में उचित ज्ञान, की मेरा शरीर हर समय परिवर्तित हो रहा है, संसार हर समय परिवर्तित हो रहा है, सम्पूर्ण सृष्टि तरल अवस्था में है और वेह पूर्ण रूप से परिवर्तन में है और यह अपने आप होता चला आ रहा है, अपनी प्रवृति के अनुसार.

11/22/2008

Observe, Don't Identify
Observe the tendencies that come up in you, and do not think you *are* those tendencies. तुम में जो प्रवितियाँ आती हैं , उन्हें देखो, और यह मत सोचो की तुम वेह प्रवितियन हो.

11/21/2008

God Loves Fun
EnglishNature loves to give you surprises। God loves fun. He always gives you surprises---sometimes pleasant, sometimes unpleasant. And you grow by unpleasant as well as by pleasant. In fact you grow much more by unpleasant surprises than the pleasant ones.
सृष्टि तुम्हे आश्चर्यचकित करना पसंद करती है. इश्वर खेलना पसंद करता है. वेह हमेशा तुम्हे आश्चर्यचकित कर देता है---कभी प्रिय, कभी अप्रिय. और तुम अप्रिय और प्रिय से बढ़ते हो. जबकि तुम अप्रिय आश्चर्यों से बहुत बढ़ते हो प्रिय की अपेक्षा.

11/20/2008

Meditation and Death
Meditation is very similar to this experience of void. In meditation you realize you are not just the body, but you are more than the body. That annihilates the fear of death.
ध्यान शून्य को अनुभव करने के समान है. ध्यान में तुम जानते हो की तुम केवल शरीर नहीं हो, परन्तु शरीर से भी कई अधिक हो. यह मृत्यु का डर मिटा देता है.

11/19/2008

Sorrow
Sorrow needs to be lived through and gotten rid of। It should not be suppressed.
दुःख के साथ भी जीओ और तब तुम उस से छुटकारा पा जाओगे। उसे अपने भीतर दबाओ नहीं.

11/18/2008

The Formless
The formless is ruling your life. The formless is ruling the world. And there is a greater formlessness that is ruling the entire creation. And you are the center of that greater formlessness, whatever you call it---God, Consciousness, No-Mind, Nirvana, Spirit, anything you call it by name.
निराकार तुम्हारे जीवन को चलता है. निराकार तुम्हारे संसार को चलता है. और सबसे महान निराकार जो सम्पूर्ण सृष्टि को चलता है. और तुम उस महान निराकार का केन्द्र हो, जो भी तुम उसे बुलाओ---इश्वर, चेतना, नो-मंद, निर्वाण, स्पिरिट, तुम जीसी भी नाम से उसे बुलाते हो.

11/17/2008

Knowledge of Death
Knowledge of death makes you immortal. It's wrong to even say, "makes you immortal." It makes you aware that you are immortal, anyway.

मृत्यु का ज्ञान तुम्हे अमर बनाता है. यह कहना भी ग़लत है, “तुम्हे अमर बना देता है.”

11/16/2008

Fear
Lack of understanding of life causes fear. People are afraid of love, people are afraid of meditation, people are afraid of death, people are afraid of themselves. Ignorance, lack of awareness, is cause of fear. Just a glimpse of the Being, of the Self that you are, that you are beyond death, roots out the fear totally.

जीवन को समझने का अभाव डर को उत्त्पन्न करता है. लौग प्यार से डरते हैं, लौग ध्यान करने से डरते है, लौग मरने से डरते हैं, लौग ख़ुद से डरते हैं. अज्ञानता, जागरूकता की कमी, डर का कारण है. अपने अस्तित्व की एक झलक, आत्मा की जो तुम हो, तुम मृत्यु से भी आगे हो, डर को जड़ से निकल देती है.

11/15/2008

The Sattvic Intellect
The sattvic intellect is one that just does the job joyfully and is unmindful of the results. Let things happen or not happen---either way they don't lose their enthusiasm.
सात्विक बुध्धिजीवी वेह है जो अपना कार्य खुशी से करता है और फल की नहीं सोचता है. काम चले या नहीं चले---किसी भी तरह वेह अपन उत्त्साह नहीं खोते.

11/14/2008

Every Inch Filled with Bliss
For one who has awakened in knowledge, there is no more suffering. The world appears completely different. For him every inch of this creation is filled with bliss, is a part of the Self.
वेह जो ज्ञान में जगता है, उसे दुःख नहीं उठाना पड़ता है. संसार अलग ही नजर आता है। उसके लिए इस सृष्टि का प्रत्येक इंच आनंद से भरा है, आत्मा का अंश है.

Friday, November 28, 2008

Guruji - Sri Sri Ravi Shankar talks about Bali

29th November 2008 Denpasar, Bali Airport. After Art Of Living - Bliss in Bali Advance Course.

Friday, November 14, 2008

11/13/2008

Self Is the Center
The Self is the center of the whole creation.

आत्मा सम्पूर्ण सृष्टि का केन्द्र है.

11/12/2008

Too Much
The same thing which gave you pleasure is now making you suffer। If you are forced to eat twenty apple pies you will hold your head and say, "Oh my God! I want relief from this. I want to get away from this! Enough is enough!"

वाही वस्तू जिसने तुम्हे प्रसन्नता दी आब दुःख भी देती है. यदि तुम्हें बीस सेब की pies खाने पर विवश करता है तुम अपना सर पकड़ लेते लोगे और कहोगे, “हेह मेरे इश्वर! मुझे इस से मुक्ति चाहिए. मैं इस से दूर जाना चाहता हूँ. बस बहुत हो चुका!

11/11/2008

Pleasure and Release
This entire universe is there to give you pleasure and release. Whatever gives you pleasure should also give relief. Otherwise, the very pleasure becomes pain. यह सम्पूर्ण विश्व यहाँ तुम्हें प्रसन्नता और मुक्ति देने के लिए है. जो कुछ भी तुम्हे प्रसन्नता देता है मुक्ति भी देगा. अत्तैव, वहि प्रसन्नता दर्द बन जाती है.

11/10/2008

Changing
Everything in this universe is dynamic. There is nothing that is static. Even the mountains appear to be static, but they are not static, they are all dynamic. Every atom is dynamic in this universe. विश्व में प्रत्येक वस्तू गत्यात्मक है. यहाँ ऐसा कुछ भी नहीं है जो स्थायी हो. यहाँ तक की पर्वत भी स्थायी प्रतीत होता है, परन्तु वेह स्थायी नहीं हैं, वेह सब गत्यात्मक हैं. इस विश्व में प्रत्येक परमाणु गत्यात्मक है.

11/9/2008

Don't Get Lost
The whole world is here for you to enjoy, but when enjoying, don't forget your Self. सम्पूर्ण संसार यहाँ उपस्थित है तुम्हारे आनंद के लिए, परन्तु आनंदित होते समय, अपनी आत्मा को नहीं भूलना.

11/8/2008

Free Coupon!
If we really look through the eyes of wisdom, there is not a bit in this creation that is devoid of pain. Pain is the tail of everything in the world. It comes along with anything---you take it, you get a free coupon: you get pain.

यदि हम वास्तव में ज्ञान की आखों द्वारा देखें, इस सृष्टि में कुछ भी ऐसा नहीं जिसे कोई दर्द नहीं. दर्द संसार में हर एक की पूंछ है. यह किसी के भी साथ आती है---तुम इसे लेलेते हो, तुम्हे बैमुल्या पर्चा; तुम्हे दर्द मिलता है.

11/7/2008

Spiritual Practices and Pain
If you do spiritual practices, to do that needs an effort---that is painful. If you don't do it, not doing it creates more pain; it's even more painful. यदि तुम अध्यात्मिक क्रियाओं को करते हो, यह करने के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है---यह दर्द्नीय है. यदि तुम इसे नहीं करते हो, उसे नहीं करना अधिक दर्द उत्पन्न करता है.

11/6/2008

Knowing Someone Else's Mind
You want to know the mind of another person---how is it? You don't even know your own mind, and you want to know somebody else's mind! And it's impossible to know anybody's mind just by their words, or the movement of their lips and tongue. The tongue has no bone, so it can just move in any way it wants!

तुम दुसरो का मन जानना चाहते हो---वेह कैसा है? तुम तो अपने मन को भी नहीं जानते हो, और तुम किसी दुसरे का mअन जानना चाहते हो! और किसी का भी मन केवल शब्दों से, या uनके होठों और जीभ के हिलने से जान लेना असंभव है. जीभ में कोई हड्डी नहीं होती, इसलिए वेह जहाँ चाहे वहां हिल सकती है.

11/5/2008

Love Also Creates Pain
Love also creates pain---tremendous amount of pain. Separation creates pain---tremendous amount of pain. A want, a wish creates a tremendous amount of pressure on the mind. प्रेम भी दर्द उत्पन्न करता है---बहुत अधिक दर्द. बिचडना भी दर्द उत्पन्न करता है---बहुत अधिक दर्द. एक चाह, एक अभिलाषा मन मैं भुत अधिक खुशी उत्पन्न करता है.

11/4/2008

Wanting to Merge
The soul is not satisfied by just the physical bodies coming closer. It wants something more. It wants to merge. It wants to vanish and disappear. This is what we call love.
केवल शरीर को पास लेन से आत्मा संतुष्ट नहीं होती है. यह इस से कुछ अधिक चाहती है. यह इस मैं मिल जन चाहती है. यह अदृश्य और छीप जन चाहती है. इस को ही हम प्रेम कहते हैं.

11/3/2008

All Pain
That feverishness to achieve what you want is all painful. When you have it, the fear of losing it is painful. When it is gone, the memory of its joy is painful. So the whole thing is all pain!
जो तुम चाहते हो वेह पा लेने का ज्वर दर्द्नीय होता है. जब तुम उसे पा लेते हो, उसे खो देने का डर दर्द्नीय होता है. जब वेह चला जाता है, उस के सुख की यादें दर्द्नीय होता है. इसलिए यह सब दर्द्नीय है!

11/2/2008

Every Moment
If you are aware, if you are open, if your heart is open, you'll see that every moment you can live in the knowledge---no matter what you are doing. You don't have to have to get away from all this and sit in some corner, on some mountain, in some monastery somewhere. No, no! You can be doing your work, be on your job, do all that you want to do and yet maintain that inner awareness. यदि तुम सजग हो, यदि तुम खुले हो, यदि तुम्हारा दिल खुला है, तुम देखोगे की तुम प्रति पल ज्ञान में जी सकते हो---तुम क्या कर रहे हो कोई अंतर नहीं पड़ता. तुम्हे इन सब से भागने की और किसी कोने में बैठने की, किसी पर्वत के ऊपर , किसी मन्दिर में बैठने की आवश्यकता नहीं है. नहीं, नहीं! तुम अपना कार्य करते रह सकते हो, अपनी नौकरी पर रहो, सब करो जो तुम करना चाहते हो और फिर भी अपनी अंदरूनी सजगता बनाये रख सकते हो.

11/1/2008

What It All Boils Down To…
Why do we live? What do we want in this life? You'll see that all that you want boils down to happiness---we want to be happy. For the whole life, we prepare to be happy and we are never happy.
हम क्यों जीते हैं? हम इस जीवन में क्या चाहते हैं? तुम देखोगे की तुम तुम जो भी चाहते हो सब खुशी में मिल जाती है---हम खुश होना चाहते हैं. पूरे जीवन भर, हम खुश रहने की तयारी करते हैं और हम कभी भी खुश नहीं होते.

10/31/2008

No Way
There is no way---not by any action or by words---that you can ever convince anybody that you really love them. The more we try to do it, the more we are doing the contrary.

कोई
और उपाय नहीं है---न किसी कर्मा द्वारा या न किन्ही शब्दों से---तुम किसी को समझा सकते हो की तुम उनसे वास्तव में प्यार करते हो.जितना अधिक हम इसे करने का प्रयत्न करते हैं, उतना ही हम उस
का विपरीत करते हैं.

10/30/2008

That is Enough!
God loves you. That is enough. And, you *are* love. That is enough! इश्वर तुम्हे प्यार करता है. यह बहुत है. और, तुम प्यार हो. यह बहुत है.

10/29/2008

Take It For Granted
Take it for granted---even if nobody loves you, say, "Everyone loves me!"
मान लो---यदि तुम्हे कोई प्यार न भी करता हो, कहो, “सब मुझे प्यार करते हैं!

10/28/2008

Which way are you looking?
You think, "Nobody loves me! Everybody hates me!" and I tell you, that is what is going to happen. Because you will be looking in that direction, looking that way. I'm sure you'll find somebody---even the most nice person will look at you and may not give a big smile to you.

तुम सौचते हो, “कोई मुझे प्यार नहीं करता! सब मुझसे घ्रिना करते हैं!” और मैं कहता हूँ, यही होने वाला है. क्योंकि तुम उस दिशा में देख रहे हो, उस राह को देख रहे हो. मुझे विश्वास है की तुम किसी को ढूँढ लोगे---यहाँ तक की सबसे अच्छा प्राणी भी तुम्हें देखे और एक बारी मुस्कान न दे.

10/27/2008

Look at what you have.
Just look at what you have. Focus on it---because where you put your energy that increases in life.
केवल देखो तुम्हारे पास क्या है. उस पर ध्यान दो---क्योंकि जहाँ तुम अपनी शक्ति लगते हो, वेह जीवन में बढती है.

10/26/2008

Don't look at lack.
Don't look at the lack in your life. See what you have. Then abundance increases. अपने जीवन में अभाव को नहीं देखो. देखो तुम्हारे पास क्या है. तब बहुतायत बढेगी.

10/25/2008

Abundance is a state of mind
Abundance is a state of mind within you. If you just look at "lack," the lack increases in life. बहुतायत तुम्हारे मस्तिष्क की अवस्था है. यदि तुम केवल “अभाव” को देखते हो, अभाव जीवन में बढेगा.

10/24/2008

How to drain love
We keep on challenging: "Do you really love me? If you really love me then you won't do like this. You should be doing this way." When we keep some such measuring rods, then we are draining love. हम दावा करते रहते हैं: “क्या तुम मुझे वास्तव में प्यार करते हो? यदि तुम मुझे वास्तव में प्यार करते हो तब तुम ऐसा नहीं करते. तुम्हें इस तरह करना चाहिए.” जब हम इस तरह माप करते हैं, तब हम प्यार बहा देते हैं.

10/23/2008

Compassion And Trust
Even if somebody doesn't love you, just go and tell them, "Oh, I know you love me so much." Tell them five or six times; see the change in them. Even if they don't love you, they'll start.
यहाँ तक की यदि तुम्हें कोई प्यार नहीं करता है, जाओ और उन्हें बताओ, “ओह, मैं जानता हूँ की तुम मुझे बहुत प्यार करते हो.” उन्हें 5 या ६ बार बोलो; उन में बदलाव देखो. यहाँ तक की यदि वेह तुम्हे प्यार नहीं करते हैं, वेह करना आरंभ कर देंगे.

10/22/2008

See love even where it isn't
Even if people don't like or love you, from your side you consider that they do love you, so that your love, at least, gets protected. Otherwise, when you think somebody doesn't love you, then you will also stop loving them.

यहाँ तक की यदि लोग तुम्हें पसंद या प्यार नहीं करते हैं, तुम्हारी तरफ़ से तुम्हें यह मानना चाहिए की वेह तुम्हें प्यार करते हैं, ताकि तुम्हारा प्यार, कम से कम, सुरक्षित हो जाए. नहीं तो, जब तुम सौचते हो की तुम्हें कोई प्यार नहीं करता है, तब तुम भी उन्हें प्यार करना समाप्त कर देते हो.

10/21/2008

Being Natural
When you are natural, when you don't pretend, then you are very close to the Divine.

जब तुम सहज होते हो, तुम बहाना नहीं करते. तब तुम इश्वर के बहुत करीब होते हो.

10/20/2008

Effort won't work
The moment you make an effort to love somebody or to be happy, you cannot. जिस घड़ी तुम किसी को प्रेम करने का प्रयत्न करते हो या प्रसन्न होते हो, तुम नहीं कर सकते.

10/19/2008

Trust
The entire world lives on trust. Every aspect in life moves with trust. पूर्ण विश्व विश्वास पर जी रहा है. जीवन का हर पहलू विश्वास पर चलता है.

10/18/2008

Still More Doubt
In order to trust, you must first understand your doubt. You doubt yourself, and you doubt people around you. And then you doubt in the existence of God.
विश्वास करने के लिए, तुम्हें पहले अपने संदेहों को समझना होगा. तुम अपने आप पार संदेह करते हो, और तुम अपने आस-पास के लोगों पर भी संदेह करते हो. और तब तुम भगवन के होने पार भी संदेह करते हो.

10/17/2008

More Doubt
Just examine, what do you doubt? You doubt always in something good---whether it is in you or in someone else. When you are depressed, you never doubt your depression, but when you are happy you doubt: "Am I really happy? Is this really what I want?" And then you say, "I'm not sure..." परीक्षण करो, तुम क्या संदेह करते हो? तुम सदा अच्छाई पर संदेह करते हो---चाहे यह तुम मैं हैं या किसी दौसरे मैं. जब तुम उदास होते हो, तुम कभी अपनी उदासी पर संदेह नहीं करते, परन्तु जब तुम प्रसन्न होते हो: “क्या तुम वास्तव मैं प्रसन्न हो? क्या वास्तव में मैं येही चाहता हूँ?” और तब तुम कहते हो, “मैं निश्चित नहीं हूँ…”

10/16/2008

Doubt
You doubt in the positivity of people, in the goodness of people. You don't doubt in the negativity, or badness, in the people. Do you? Have you ever doubted in somebody's anger toward you? Have you ever said, "Is she really angry at me? I don't believe it." But if someone says, "I love you," you say, "Really? Sure? Truly? Then prove it to me!"
तुम लोगों की सकारात्मकता पर संदेह करते हो, लोगों की अच्छाइयों मैं. तुम लोगों मैं नकारात्मकता या बुरायिओं मैं संदेह नहीं करते. क्या तुम? क्या तुमने कभी किसी के तुम्हारे प्रति क्रोध पर संदेह किया है? क्या तुमने कभी कहा है, “क्या वेह मुझपर वास्तव मैं क्रोधित है? मैं विश्वास नहीं करती.” परन्तु यदि कोई कहे, “मैं तुमसे प्रेम करता हूँ,” तुम कहते हो, “वास्तव मैं? पक्का? सछ? तब मुझे इसका प्रमाण दो!”

10/15/2008

Conditional Love
We try to hold on to people. Even when we love, we love with a condition: "See, I love you, so in return you must love me."

हम लोगों को पकड़ने की कोशिश करते हैं. यहाँ तक की हम जब प्रेम करते हैं, हम शर्तों के अधर पर प्रेम करते हैं: “देखो, मैं तुमसे प्रेम करता हूँ, तब बदले मैं तुम्हें भी मुझे प्रेम करना चाहिए.”

10/14/2008

Compassion
When there is a wound deep inside a person, he will try to share that with other people. What else can he do? You just recognize: "Oh, he needs compassion." Compassion is the only medicine. Unconditional love is the only treatment.

जब किसी मनुष्य को अंदर गहरी चोट लगती है, वेह दौसरे लौगों के साथ बाँटने की कोशिश करेगा. वेह और कर भी क्या सकता है? तुमने अभी यह जाना है: “ओह, उसे दया चाहिए.” केवल दया ही दावा है. केवल निःस्वार्थ प्रेम ही इलाज है.

10/13/2008

Breath is the Link
Breath is the link between your body and your spirit and your mind.

श्वास तुम्हारे शरीर और तुम्हारी आत्मा और तुम्हारे दिमाग को जोड़ती है.

10/12/2008

Don't See Intention
Do not see intention behind somebody else's mistakes.

दुसरो की गलतियों के पीछे लक्ष्य नहीं देखो.

Tuesday, October 21, 2008

10/11/2008

Sutra Subject Compassion or Forgiveness
Compassion is better than forgiveness। The very word "forgiveness" implies that there is an intention in somebody's mistake. Somebody is bad so you are going to "forgive" them. Peep into their heart. Go beyond their words, beyond their behavior---you will see, they need compassion, they need help.
दया माफ करने से अच्छा हैं. “माफ” का आर्थ है dउस्रो की गलतियों के पीच्चे लक्ष्य होना. कोई बुरा है इसलिए तुम उन्हें “माफ” करने जा रहे हो. उनके दिल मैं झांको. उनके शब्दों के पार जाओ, उनके व्यव्हार के पार---तुम देखोगे, उन्हें दया की जरूरत है, उन्हें सहायता चाहिए.

10/10/2008

Blame
When something wrong happens, we either blame ourselves or blame somebody else. We don't just take things as they are; we want to find out a reason, and label it, and put the blame on somebody else. Or, on ourselves. जब कुछ ग़लत होता है, हम या तो ख़ुद को दोष देते हैं या दुसरो को दोष देते हैं. हम चीजों को वैसे नहीं लेते जैसे वेह होते हैं, हम कारण ढूंढ़ना चाहते हैं, और उस पर मोहर लगते हैं, और दोष दुसरो पर दाल देते हैं. या, अपने आप पर.

10/9/2008

When You Let Go
Regret piles up and piles up and it becomes so big---and you blow up. Do you see this happening to you? When you let go, your mind can be in the present moment, more and more and more and more. You are able to smile and laugh from the depth of your heart. Life becomes more light and easy. अफ्सौस जमा होता है और जमा होता है और इतना अधिक हो जाता है---और तुम बिखर जाते हो. क्या तुम देख रहे हो इसे अपने साथ होते हुए? जब तुम छोड़ देते हो, तुम्हारा मन वर्त्तमान मैं आ जाता है, अधिक और अधिक और अधिक और अधिक. तुम अपने दिल की गहरे से मुस्कुराने और हंसने लगते हो. जीवन अधिक हल्का और आसन हो जाता है.

10/8/2008

Past or Future
Observe your mind---it's either in the past or in the future. Do you see that? We regret the past and are anxious about the future. अपने मन को देखो---यह या तो भूत मैं रहता है या भविष्य मैं. क्या तुम देख रहे है? हम भूतकाल पर अफ्सौस करते अहं और भविष्य के लिए उत्सुक रहते हैं.

10/7/2008

Emotions and Sensations
hEvery mood of mind, every wave of emotion in us, has a corresponding rhythym in the breath. And this rythym in the breath has a corresponding sensation in different parts of the body. They're all linked. And when we look at them, observe them, then life becomes more integrated. मन के हर वेग मैं, हम्मे भावना की हर लेहर, श्वास की ले इसके अनुरूप होती है. और श्वास की यह ले शरीर के हर भाग मैं इसके अनुरूप खलबली उत्पन्न करती है. यह सब एक दुसरे से सम्बंधित हैं. और जब हम उनको देखते हैं, उनको महसूस करते हैं, तब जीवन पूर्ण रूप से सम्पूर्ण हो जाता है.

10/6/2008

Feel the Presence
In the presence of one who is so quiet, you can feel a Presence। It's not an intellectual something, but in an experiential way you feel a Presence. It's very subtle.
उस व्यक्ति की उपस्थिति में जो बहुत शांत है, तुम उपस्थिति महसूस करते हो. यह कोई बुद्धि सम्बन्धी नहीं है, परन्तु अनुभव द्वारा तुम उपस्थिति महसूस करते हो. यह बहुत गूदा.

10/5/2008

Let Me Share
Attaining the highest, one never feels, "Oh, I have attained, let me sit back." No, the very nature of the highest joy is to share, is to bring it to everyone.
ऊंचाई पाने के बाद, कोई यह महसूस नहीं करता, “ओह, मैंने पा ली है, थोड़ा बैठ लू.” नहीं, सबसे ऊँची खुशी की प्रकृति है बाँटना, उस से सबके पास लाना.

10/4/2008

When We Sing
In every little mind, different, different thoughts come; and different, different moods are there. But, when we sing, what happens? All the minds have the same rythym, the same song, same waves, same frequency, and there is so much more joy.

हर छोटे से दिमाग में अलग, अलग विचार आते हैं, और अलग, अलग भावः हैं. परन्तु, जब हम गेट हैं, क्या होता है? हर दिमाग में एक लिय होती है, एक ही गाना, एक ही लेहर में, एक ही frequency में, और वहां बहुत खुशी होती है.

10/3/2008

Expand
The nature of joy is to share, to expand, to stretch.

बाँटना, फैलना, बढ़ना ही खुशी की प्रकृति है

10/2/2008

This One Thing
If trust, this one thing, happens in us, our life will completely be transformed। It'll be very, very different। You won't sit and worry---what will happen to you, what about tomorrow---this will not happen। You'll smile through life.

यदि विश्वास, यह एक चीज़, हम में होती है, हमारा जीवन पूर्ण रूप से बदल जाता है. यह बहुत ही अलग होगा. तुम बैठकर परेशां नहीं होगे---तुम्हारा क्या होगा, कल क्या होगा---यह नहीं होगा. तुम जीवन भर मुस्कराते

Thursday, October 16, 2008

10/1/2008

Superficial Trust
Our trust is very superficial. It's just a covering for our fears. We are afraid and we don't want to feel that way, so we force the trust on us. We think we have trusted, and when the time comes it falls apart हमारा विश्वास बहुत बनावटी है. यह हमारे ढकता है. हम डरे हुए हैं और हम इस तरह महसूस नहीं करना चाहते, अतः हम विश्वास को जबरदस्ती अपने ऊपर डालते हैं. हम सौचते हैं की हमने विश्वास कर लिया है, और जब समय आता है तुब यह बिखर जाता है.

9/30/2008

Look into the Vastness
Our head is stuck inside a drum, and we think that is the sky। It is so little, our universe. Take your head; lift up---look into that vastness of the creation.
हमारा सर ढोल मैं अटक गया है, और हम सौचते हैं की यही आकाश है. कितना छोटा है हमारा संसार. अपना सर लो; उसे उठाओ और सृष्टि की विशालता को देखो.

9/29/2008

Floating in the Ocean
We are all floating bodies, like shells in the ocean of life. हम सब तैरते शरीर हैं, जैसे सीप जीवन के सागर मैं.

9/28/2008

Inseparable
You cannot separate the wave from the ocean
समुन्दर और लहर को अलग करना नामुमकिन है

9/27/2008

Not the Body
The life of a fish is in the water, not in the body।
मछली का जीवन पानी मैं है, शरीर मैं नहीं.

9/26/2008

Life is a Vast Ocean
Observe that there is something much more than your "doership." It is like a vast ocean. Life is not just in your body. It is between you and me and everybody else. देखो कुछ तुम्हारे “करता” से बहुत अधिक है. यह एक विशाल सागर के समान है. जीवन केवल तुम्हारे शरीर मैं नहीं है. यह तुम्हारे और मेरे और सबके बीच मैं है

9/25/2008

Observe
I'm not saying, "Don't be active." I'm saying, observe the spontaneity of action. मैं यह नहीं कह रहा, “क्रियाशील न रहो.” मैं कह रहा हूँ , कार्य का अपनेआप होना देखो.

9/24/2008

Birds' Song
Have you ever observed birds singing and felt this is something so eternal---it's the Divine who is singing through these birds? क्या तुमने कभी चिडियों का गाना सुना है और महसूस किया है कितना अनंत है---यह इश्वर है जो इन चिडियों के मध्यम से गा रहा है?

9/23/2008

Go Ahead!
There is a song deep inside you. You are born to sing a song and you are preparing. You are moving around in the stage with your dresses, but you are forgetting to sing---holding the mike, too, but you are keeping silent. 'Til that time, you'll be restless---until you can sing that song which you have come on the stage to sing. Doesn't matter if you feel a little out of tune for one minute or two. Go ahead. Sing.
तुम्हारे अन्दर गहरायी मैं एक गीत है. तुम्हारा जन्म गीत को गाने के लिए हुआ है और तुम इसके लिए तैयार हो रहे हो. तुम मंच पर अपने कपडे पहने घूम रहे हो, परन्तु गाना भूल रहे हो---माइक भी पकडे हो, परन्तु तुम मौन मैं हो. ‘उस समय तक, तुम विचलित हो---जब तक तुम वेह गीत नहीं गाते जिसे गाने तुम मंच पर आए हो. कोई अन्तर नहीं पड़ता अगर तुम एक या दौ मिनट के लिए लय से बहार हो जाते हो. आगे बढो. गाओ.

9/22/2008

Recognize the Divinity
When you move in the world, recognize the Divinity in things around you, in people around you. Listen with your heart.

जब तुम दुनिया मैं घुमते हो, अपने आस-पास की वस्तुओं मैं, लौगों मैं इश्वर को जानो. अपने दिल से सुनो

Sunday, September 21, 2008

9/21/2008

Heart and Intellect
Listen from your heart. Soak into it. Observe. That is your home. And your brain, your intellect is like a car; it's the motor that drives you there. But even after getting into your garage, if you refuse to step out of your car, you will never enjoy your home.
अपने दिल से सुनो. इसमें भिगो. दयां दो. वेह तुम्हारा घर है।
और तुम्हारा दिमाग, तुम्हारी बुद्धि कार की तरह है, मोटर ही तुम्हे वहां ले जाती है. परन्तु तुम्हारे गराज मैं घुसने के बाद, यदि तुम अपनी कार से बहार निकलने से मना कर देते हो, तुम अपने घर का कभी आनंद नहीं ले पाओगे.

9/20/2008

Listen from Your Heart
We have this ability, but we have forgotten to listen from our heart. That is why we are tense and worried and dull and dry---we feel dry in life. The joy comes when we can listen from our heart.

हमारे पास यह योग्यता है, परन्तु हम अपने दिल से सुनना भूल गए हैं. इसीलिए हम तनाव मैं हैं और परेशां और सुस्ता और रूखे है ---हम जीवन मैं रूखा महसूस करते हैं. खुशी तब आती है जब हम अपने दिल से सुन्नते हैं.

9/19/2008

Head and Heart
Use your brain, it's necessary. Use your brain. I'm not saying shut off your brain and only live in the heart all the time, no. It has its function. But it is possible that we have shut off functioning from the heart and we are stuck in the head---that is another extreme.

अपना दिमाग प्रयोग करो, यह जरूरी है. अपना दिमाग प्रयोग करो. मैं यह नहीं कछ रहा की अपना दिमाग बंद कर दो और हर समय केवल अपने दिल मैं रहो, नहीं. उस का अपना काम है. लेकिन यह हो सकता है की हम दिल से कम लेना बंद कर दें और दिमाग तक रुक जायें---यह एक और किनारा है.

9/18/2008

Heart and Head
When heart speaks and heart listens, harmony is produced. It is always so. When head talks and head listens, argument is produced. जब दिल बोलता है और दिल सुनता है, एक लिय उत्पन्न होती है. हमेशा ऐसा ही होता है. जब दिमाग बोलता है और दिमाग सुनता है, बहस उत्पन्न होती है---जब दौ दिमाग बोलते हैं.

9/17/2008

Disagreement
Whether you agree with me or disagree with me, what does it matter to what is? What is, is

तुम मुझसे सहमत हो और मुझसे नहीं सहमत हो, क्या अन्तर पड़ता है जो है वोह है? जो है, है.

9/16/2008

Sound and Silence
When you listen, listen to something more. Not just to the sound, but to the silence, too.
जब तुम सुनो , कुछ अधिक सुनो . केवल आवाज तक ही नहीं, परन्तु शान्ति तक भी.

9/15/2008

Action vs. Intention
It's not the action; it is the state of your Being, the intention deep inside from which you act, that makes a difference।
यह कार्य नहीं है; यह तुम्हारे होने की अवस्था है, आकांक्षा जो तुम्हारे भीतर गहराई मैं है जिस से तुम कार्य करते हो, यह भिन्नता लाती है.

9/14/2008

Look Inside Another
You may not like somebody's action, what they do, but look into that Divine love that is deep inside them.

तुम किसी का कार्य पसंद नहीं कर सकते हो, वेह क्या करें, परन्तु उस इश्वर्य प्रेम को देखो जो उन की भीतरी गहराई मैं है.

9/13/2008

No Going Back
For every step, the previous phase has to be disolved. One phase disolves to give space for another, and it is always evolutionary. So there is no reverting back, no reversing---it is evolutionary. It can stop for a while, but then it continues. हर कदम के लिए, पिछली घटना को समाप्त करना होता है. एक घटना समाप्त होती है , दुसरे को जगह देने के लिए, और यह हमेशा चलता रहता है. इसलिए यहाँ पीछे लौटना नहीं है, पीछे नहीं--- यह चलता रहता है. यह कुछ समय के लिए रुक सकता है, परन्तु फिर चलता है.

9/12/2008

Pain
Every pain that you undergo in this process is for the higher growth. A seed has pain to sprout, and a sprout has pain to become bigger. प्रत्येक दर्द जो तुम इस क्रिया मैं अनुभव करते हो तुम्हारी उन्नति के लिए है. एक बीज अंकुरित होने के लिए दर्द उठता है और अंकुर बार होने के लिए दर्द उठता है.

9/11/2008

Play
This entire creation is rejoicing in you। Because, it is a play, it is a game. It's not a serious something that is judged and punished.
यह सम्पूर्ण सृष्टि तुम मैं खुशियाँ मना रही है. क्योंकि, यह एक नाटक है, यह एक खेल है. यह कोई गंभीर समस्या नहीं है जिसे जांचा जाए या दुन्दित किया जाए.

9/10/2008

Nectar and Poison
In every breath there is Divine nectar. There is nectar that flows out of it. Or poison can flow.
प्रत्येक साँस मैं इश्वर्य अमृत है. अमृत ही उस से बहार की तरफ़ बहता है. या विष बह सकता है.

Wednesday, September 10, 2008

9/9/2008

Spreading Around
You sit and think; you sit and feel. Do you think that feeling just remains with you? It reaches far beyond this universe. Your intentions, your feelings get spread much faster than the radiation. It is spread all over this globe and far, far beyond.
तुम बैठो और सौचो; तुम बैठो और महसूस करो। क्या तुम सौचते हो की अनुभव सिर्फ़ तुम्हारे साथ रहते है? यह सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड मैं पहुँच जाती है. तुम्हारी आकांक्षाएं, तुम्हारे अनुभव रेडिएशन से भी अधिक तेज फैलता है. यह संपूण धरती पर और भी दूर दूर तक फैला हुआ है.

9/8/2008

Looking Ahead
Where will we be in 5,000 years? What is going to happen in 5,000 years? Have a bigger plan! In 10,000 years, what is going to happen? Where will you be?
५००० साल मैं हम कहाँ होंगे? ५००० साल मैं क्या होने वाला है? कुछ बड़ा सौचा है! १०,००० साल मैं क्या होने वाला है? तुम कहाँ होंगे?

9/7/2008

Problems
Many problems have come, many problems have been solved, and each problem has enriched life in some way, has brought up some strength in you.
बहुत सारी मुश्किलें आती हैं, बहुत सारी मुश्किलें सुलझ जाती हैं, और हर मुश्किल किसी-न-किसी प्रकार से जीवन का श्रृंगार करती है, तुम्हारे अदंर शक्ति ले कर आती है.

9/6/2008

The Perpetual Dance
In nature, both destruction and creation are complementary. They are two steps---like day and night. All opposite values in nature, they all dance together. It has been that way since the beginning. It'll continue 'til the end.
प्रकृति
मैं, दौनो विनाश और सृजन एक दुसरे के पूरक हैं. यह दोउ तरीके हैं---जैसे दिन और रात. सृष्टि मैं सारे विपरीत गौण, एक साथ नाचते हैं. आरंभ से यह इसी तरह से है. अनंत तक ऐसा ही चलता रहेगा.

9/5/2008

However it is…
Your life, itself, is a celebration of the Infinity, the Divine---however it is. तुम्हारा जीवन, स्वयं, अनंत, इश्वर, का उत्सव है ---जैसे भी हो.

9/4/2008

Who's Who
You are as important in this creation as God, not less important.
तुम इस सृष्टि मैं उतने ही महत्वपूर्ण हो जितना इश्वर, उस से कम महत्वपूर्ण नहीं.

9/3/2008

Nothing But You -- Pt 4
Everything in this creation glorifies everything else। Clapping Your own hands together, You rejoice in my presence. It's all You, it's all You, it's all You.
इस सृष्टि मैं सब कुछ, बाकि सब की प्रशंसा करते हैं. अपने हाथों से ताली बजाकर, तुम मेरी मौजूदगी मैं खुशी मानते हो. तुम ही तो हो, तुम ही तो हो, तुम ही तो हो.

9/2/2008

Nothing But You -- Pt 3
In tears of joy, in tears of sorrow, Alike You play and dance and sing, And You celebrate. It's all You, it's all You, it's all You. खुशी के आंसुओं मैं, गम के आंसुओं मैं, तुम एक समान खेलते हो और नाचते हो और गाते हो, और तुम उत्सव मानते हो. तुम ही तो हो, तुम ही तो हो, तुम ही तो हो.

9/1/2008

Nothing But You -- Pt 2
Whether the bark or the thorn, Or the root or in the mud, Your face is reflected, Smiling and dancing and laughing and singing. It's all You, it's all You, it's all You.

चाहे तना हो या कांटे, या तो जडा या मिटटी मैं, तुम्हारा ही चेहरा प्रतिबिंबित होता है, मुस्कुराते और नाचते और हँसते और गाते. तुम ही तो हो, तुम ही तो हो, तुम ही तो हो.

8/31/2008

Nothing But You -- Pt 1
Oh, Dear, this creation is a celebration of Thy Presence. I see You in the leaves, in the petals, In the stem, and in the thorns And in the unseen roots, It's all You, and You, and You. Nothing but You ओह, प्रिय, यह सृष्टि ईश्वर की उपस्थिति का उत्सव है. मैं तुम्हे पत्तों मैं, पंखुरियों मैं, ताने मैं, और कांटे मैं और उन्देखी जड़ों मैं देखता हूँ , सब तुम ही हो, और तुम, और तुम. कुछ भी नहीं केवल तुम.

8/30/2008

One behind All
Behind every activity, pleasant, unpleasant, chaotic, harmonious, is one Divinity. प्रत्येक सुखद, अप्रिय, गड़बड़, सुरीली, क्रिया के पीछे एक ईश्वरीय शक्ति है.

8/29/2008

If you don't see Him
If you don't see Him in the laughter of a child, then you have never heard the laughter of a child। If you have never seen Him in the twinkle of an eye, in the wink of an eye of a youth, you have never observed the real beauty.

अगर
तुम उसे एक बच्चे की हंसी मैं उसे नहीं देखते हो, तो तुमने बच्चे की हंसी कभी नहीं सूनी. अगर तुमने उसे झिलमिलाती आंखों मैं कभी नहीं देखा है, युवा की आंखों मैं, तुमने वास्तविक सुन्दरता को कभी नहीं देखा है.

8/28/2008

Purpose of a Flower
If a flower does not remind you of the eternal Truth, then it has not fulfilled its purpose. अगर फूल तुम्हे आतंरिक सत्य की याद नहीं दिलाता है, तो उसने अपना उद्देश्य पूरा नहीं किया है.

8/27/2008

Looking for the Unseen
A hand unseen is behind this creation, and every pair of eyes is looking for that hand, which is not seen. Wherever one looks, one is looking for that hand which is behind and unseen.

इस सृष्टि के पीछे एक उन्देखा हाथ है, और प्रत्येक आँख उसे ढूँढ रही है, जिसे कभी नहीं देखा है. जहाँ भी मानव देखता है, वेह उसे हाथ को ही खोजता है जो इसके पीछे है और उन्दिखा है.

8/26/2008

Signs of Celebration
Everything in this creation is a sign of celebration।
सृष्टि की प्रत्येक वस्तू उत्सव का चिन्ह है.

8/25/2008

Steadiness
When you sit for meditation, are your eyes steady? Is your breath steady? Is the prana haphazard? Is it going smooth and steady or going haphazard? When the senses are steady, the soul also becomes peaceful. Your Being, your spirit inside you, becomes steady.
जब
तुम ध्यान के लिए बैठते हो, क्या तुम्हारी आँखें स्थिर होती हैं? क्या तुम्हारी स्वांस स्थिर है? क्या प्राण उथल-पुथल हैं? क्या वेह सरलता और स्थिरतापूर्वक चल रही है या उथल-पुथल चल रही है? जब इन्द्रियां स्थिर होती हैं, आत्मा भी शांत हो जाती है. तुमारा होना, तुम्हारे अन्दर की आत्मा, स्थिर हो जाती है.

8/24/2008

As If!
Though you exist with a body, in the state of samadhi you are not there at all. In other words you can say, live as though you don't exist--this is samadhi.

ये सही है की तुम शरीर के साथ हो, परन्तु समाधी की अवस्था में तुम वहां होते ही नहीं हो. दुसरे शब्दों में तुम कह सकते हो, ऐसे जियो जैसे तुम हो ही नहीं--यही समाधी है.

8/23/2008

A Wall of Pride
If you want to grow in Divine Love, you have got to drop the pride and all of the artificial wall we build between ourselves and others. In the "wall" we keep judging others, and we think others are judging us.

यदि तुम इश्वर्य प्रेम में बढ़ना चाहते हो, तुम्हे अपना अंहकार और जो हम अपने और औरों के बीच में अप्राकृतिक दीवार कड़ी कर लेते हैं उसे छोडना होगा. "दीवार" में हम औरों को जांचते रहते हैं, और हम सौचते हैं की दौसरे हमे जाँच रहे हैं.

8/22/2008

Real Forgiveness
Your forgiveness should be such that the person who is being forgiven does not even know that you are forgiving them. They don't even feel guilty of a mistake. That is the right type of forgiveness.

तुम्हारी क्षमा ऐसी होनी चाहिए की व्यक्ति जिसे क्षमा किया जा रहा हो उसे पता ही ना हो की तुम उन्हें क्षमा कर रहे हो। वेह अपनी गलती पार अपराधी भी महसूस ना करे. वहि सही तरह की क्षमा है.

Wednesday, August 27, 2008

8/20/2008

Desire for the Highest Make your desire bigger. Desire for the highest. Don't go for anything smaller than that. Then also Divine Love dawns in you.
अपनी अभिलाषाओं को विस्तृत करो. ऊंचाई की अभिलाषा करो. उस से छोटे किसी पर भी मत जाओ. तब भी तुम में इश्वर्य प्रेम उदय होता है.

8/19/2008

Drop it!
To live totally in the present moment, offer all that you have done, all your activities. Drop them, surrender them. It's done. Finished. Drop it.
पूर्णतया वर्त्तमान में रहना, जो कुछ भी तुमने किया है समर्पित कर देना, तुम्हारे सब कार्य. उन्हें छोड़ दो, समर्पित कर दो. वेह किए जा चुका हैं. समाप्त. छोड़ दो.

8/18/2008

Seer, Seen and Process of Seeing

The seers, the seen, and the process of seeing all merge. The knowledge, the knower, and the known, they all merge, become one---that is Divine Love.

देखने वाला, देखाजाने वाला, और देखने की प्रक्रिया सब मिल जाते हैं. ज्ञान, ज्ञानी, और ज्ञाता, सब मिल जाते हैं, एक हो जाते हैं---वेह इश्वर्य प्रेम है

8/17/2008

Take Life as a Play

Take life not serious. If you take life very serious, then you are bound to be disturbed. The only way you can maintain your equanimity is to take it as a play, as a game, and not take anything too serious.

जीवन को गंभीरतापूर्वक मत लो. यदि तुम जीवन को बहुत गंभीरतापूर्वक लोगे, तो तुम विवश हो परेशां होने के लिए. केवल एक तरह तुम अपनी समता बनाये रख सकते हो वेह है उस नाटक रूप में, खेल रूप में देखना और कुछ भी गंभीरतापूर्ण न लेना.

8/16/2008

Be Proud of Love
Be proud of the Love. Have you ever been proud of Love? That is beautiful. Be proud of the Love that the Nature is giving to you, the Divine is giving to you, the people are giving to you.

प्रेम
पर गर्व करो. क्या तुमने कभी प्रेम पर गर्व किया है? वेह दीव्य है. उस प्रेम के प्रति गर्व करो जो प्रकृति तुम्हे दे रही है, इश्वर तुम्हे दे रहा है, लोग तुम्हे दे रहे हैं.

8/15/2008

Fame

This feverishness of fame, of pride, of social recognition is immaturity. Just wake up and see there is nothing much in it. It’s an empty bowl.

प्रतिष्ठा का, अंहकार का, समाज में पहचान पाने का ज्वर बचपना है. जागो और देखो इसमें कुछ नहीं है. यह एक खली कटोरा है.

8/14/2008

Applause
If ten thousand people applaud you---so what? You think you will be in their mind, in their attention, forever? No. You will get big applause, and they clap, and they go away. And, the same people, some other time may talk ill of you, too.

यदि दस हज़ार लौग तुम्हारी प्रशंसा करें---तो क्या? तुम सौचते हो की तुम उनके मन में, उनके ध्यान में रहोगे, हमेशा? नहीं. तुम्हे बड़ी प्रशंसा मिलेगी, और वेह तालियाँ बजायेंगे, और वेह चले जायेंगे. और, वहि लौग, किसी और समय तुम्हारे ही विषय में बुरा बोलेंगे.

8/13/2008

Status
Who is worried about your status? Nobody। If someone looks at your status, they feel jealousy. Why do you create more jealousy in other people?

कौन परेशां है तुम्हारी स्थिति पर? कोई भी नहीं. यदि कोई तुम्हारी स्थिति की तरफ़ देखता है, वेह जलन महसूस करते हैं. क्यो तुम दौस्रों में अधिक जलन उत्पन्न करते हो?

8/12/2008

Nature Knows Best
See how many desires you have had, and how many desires were not fulfilled. And, how many desires you feel this way: when it was not fulfilled, it was good, “It was best for me.” Don’t you see this? Some desires which were not fulfilled, it was good for you. So, Nature knows what is best for you.
देखो तुमने कितनी अभिलाषाएं की हैं, और कितनी अभिलाषाएं हैं जो पूर्ण नहीं हुई. और, कितनी अभिलाषाओं में तुम्हे ऐसा महसूस हुआ है: जब वेह पूर्ण नहीं हुई, वेह अच्छा था, "वेह मेरे लिए बहुत अच्छा था." क्या तुम्हे यह दीखता नहीं? कुछ अभिलाषाएं जो पूर्ण नहीं होती, वेह तुम्हारे लिए अच्छा है. इसीलिए, प्रकृति जानती है की क्या तुम्हारे लिए उचित है.

8/11/2008

Hollow and Empty 2 Creation is all anxious to fulfill your desire when you become hollow and empty.
जब तुम खोखले और खली हो जाते हो तब सृष्टि तुम्हारी अभिलाषाओं को पूरा करने के लिए उत्सुक हो जाती है.

8/10/2008

Hollow and एम्प्टी

You become a perfect instrument of the Divine when you become hollow and empty.

तुम दिव्यता के पूर्ण औजार बन जाते हो जब तुम खोखले और खली हो जाते हो.

8/9/2008

Source of All Problems

You see, all the problems in the world are created by those who want "perfection."

तुम देखते हो, दुनिया मैं सारी परेशानियाँ उनके द्वारा उत्पन्न होती हैं जो “पूर्णता” चाहते हैं.

8/8/2008

One or the Other

Awareness, if it is not controlled by joy and bliss, will only bring irritation and anger.

सजगता, अगर यह खुशी और आनंद द्वारा नियंत्रित नहीं होती है तो वो केवल चिढा और क्रोध लाएगी.

8/7/2008

Life Everywhere

Everywhere in creation, it's all filled with life, life, life---everywhere.

सृष्टि मैं हर जगह, जीवन से भरी हुई है, जीवन, जीवन---हर जगह.

8/6/2008

The Ultimate Flowering Love is the ultimate flowering, and you cannot force it to happen. It is a gift to you, again, it's a gift to you. It's a happening, a spontaneous phenomenon. Ahh---we can drop all the obstacles that we might put for it to happen.

प्रेम ही आखिर मैं फलता फूलता है, और तुम उसे विवश नहीं कर सकते हो. यह तुम्हारे लिए उपहार है, फिर से, यह तुम्हारे लिए उपहार है.यह होता है, एक घटना है. अहह---हम सारी बाधाओं को गिरा सकते हैं जो हम इसके होने मैं डालते हैं.

8/5/2008

Void of Feverishness

This intoxicating Love does not excite you, but brings a cooling influence in you. It's such a peaceful, restful Love. It's something void of the feverishness.

यह मस्ती भरा प्रेम तुम्हे उत्तेजित नहीं करता है, अथवा तुम्हारे अन्दर ठंडक का प्रभाव लाता अहि।
यह बहुत ही शांत, आराम दायक प्रेम है. यह ज्वर रहित है.

8/4/2008

Feverishness
The feverishness in us destroys the joy.

हमारे अदंर की ज्वर खुशी का नाश कर देता है।

Friday, August 8, 2008

10 Messages from Guruji…

10 Messages from Guruji…

1 QUIT WORRYING:
Life has dealt you a blow and all you do is sit and worry। Have you forgotten that I am here to take all your burdens and carry them for you? Or do you just enjoy fretting over every little thing that comes your way?

चिंताएं छोडो
जीवन की उलझनें अपनी जगह हैँ और इनमे घिरे तुम बैठे-बैठे चिंताएं करते रहते हो, क्या तुम भूल गए की मैं हूँ, तुम्हारी चिंताओं का, परेशानियों का बोझ उठाने के लिए, या फ़िर अब तुम्हें चिंताओं के साथ जीने की आदत हो चली है ?


2 PUT IT ON THE LIST:
Something needs done or taken care of। Put it on the list. No, not YOUR list. Put it on MY to-do-list. Let ME be the one to take care of the problem. I can't help you until you turn it over to Me. And although My to-do-list is long, I am after all... God. I can take care of anything you put into My hands. In fact, if the truth were ever really known, I take care of a lot of things for you that you never even realize.

चिंताओं की सूची बनाओ
कुछ किया जाना चाहिए, चिंताओं की सूची बना डालो, नही, इन्हे अपनी नही, मेरी सूची यानी लिस्ट में शामिल करो, मुझ पर छोड़ो इन समस्याओं का जिम्मा, मुझे बताओ ताकि मैं तुम्हारी मदद कर सकूँ.


3. TRUST ME:
Once you've given your burdens to Me, quit trying to take them back.Trust in Me. Have the faith that I will take care of all your needs, your problems and your trials. Problems with the kids? Put them on My list. Problem with finances? Put it on My list. Problems with your emotional roller coaster? For My sake, put it on My list. I want to help you. All you have to do is ask.

मुझ पर भरोसा करो
एक बार मुझे अपनी परेशानियों का ठेका दे दो तो फ़िर वापस लेने का प्रयास छोड़ दो. भरोसा करो मुझ पर, भरोसा करो कि मैं तुम्हारी जरूरतों का ख्याल रख सकता हूँ, तुम्हारी परेशानियों का भी और सारी उलझनों का भी, बच्चों को लेकर परेशान हो? लिखो मेरी लिस्ट मैं, कोई भावनात्मक परेशानी है ? जोड़ों मेरी लिस्ट मैं, मेरी खातिर - लिखो अपनी चिंताएँ मेरी सूची मैं।

4. LEAVE IT ALONE:
Don't wake up one morning and say, "Well, I'm feeling much stronger now, I think I can handle it from here." Why do you think you are feeling stronger now? It's simple. You gave Me your burdens and I'm taking care of them. I also renew your strength and cover you in my peace. Don't you know that if I give you these problems back, you will be right back where you started? Leave them with Me and forget about them. Just let Me do my job.

छोड़ो भी इन्हें

ऐसा नहीं कि किसी सुबह जागो और कहो कि मैं ख़ुद को समर्थ महसूस कर रहा हूँ/रही हूँ और अब यहाँ से आगे का मामला मैं ख़ुद संभाल सकता हूँ/सकती हूँ ।

क्यों लगता है तुम्हे ऐसा कि अब तुम समर्थ हो ? सीधी सी बात है, अपनी परेशानियाँ तुमने मुझे दे दीँ हैं, और अब उनका हिसाब मैं कर रहा हूँ ।

मैंने तुम्हारे अन्दर दोबारा शान्ति का, सामर्थ्य का संचार किया है और तुम्हें अपनी शान्ति का भागीदार भी बनाया है। तुम्हें नही लगता कि अगर तुम्हारी चिंताएँ, परेशानिया मैंने तुम्हें लौटा दीँ तो तुम फ़िर वहीँ जा पहुंचोगे जहाँ से शुरुआत की थी। छोड़ो इन्हें मुझ पर और भूल जाओ। मुझे मेरा काम करने दो।


5. TALK TO ME:
I want you to forget a lot of things. Forget what was making you crazy.Forget the worry and the fretting because you know I'm in control. But there's one thing I pray you never forget. Please, don't forget to talk to Me - OFTEN! I love YOU! I want to hear your voice. I want you to include Me in on the things going on in your life. I want to hear you talk about your friends and family. Prayer is simply you having a conversation with Me. I want to be your dearest friend.

बात करो मुझसे

मैं चाहता हूँ कि तुम बहुत सी चीज़ें भूल जाओ, भूल जाओ वो सब जो तुम्हें पागल कर देतीं हैं
भूल जाओ अपनी चिंताएँ, उलझाने क्यों कि मैं उठा रहा हूँ इनका वज़न। लेकिन है एक चीज़, जिसे मैं चाहता हूँ कि तुम कभी न भूलो।

और वो है मुझसे अक्सर बातें किया करों, मैं तुमसे प्रेम करता हूँ, सुनना चाहता हूँ, तुम्हें तुम्हारी आवाज़ भी, मैं चाहता हूँ की तुम मुझे अपने जीवन का हिस्सा बना लो, जो कुछ तुम्हारे जीवन में घट रहा है उसमें मुझे भी शामिल कर लो ।

मैं चाहता हूँ कि तुम मुझे अपने मित्रो और परिजनों के बारे में मुझसे बात करो। यही प्राथना है, कि तुम मुझसे अपनी बात कहो। मैं तुम्हारा सबसे प्रिय मित्र बनना चाहता हूँ ।

6. HAVE FAITH:
I see a lot of things from up here that you can't see from where you are. Have faith in Me that I know what I'm doing. Trust Me; you wouldn't want the view from My eyes. I will continue to care for you, watch over you, and meet your needs. You only have to trust Me.Although I have a much bigger task than you, it seems as if you have so much trouble just doing your simple part. How hard can trust be?

यकीं करो

मैं उस ऊंचाई से बहुत-सी चीज़ें देख पता हूँ, जो वहां से, जहाँ तुम हो नज़र नहीं आतीं। मुझ पर यकीन करो, यकीन करो कि मैं लगातार तुम्हारा ख्याल रखूंगा, तुम्हारी ज़रूरत का भी। तुम सदा मेरी निगाह में हो, यकीन करो।

मेरे पास तुमसे ज्यादा काम है, और तुम्हें अपने छोटे से काम से परेशानी हो रही है ?
यकीन करना भी कितना कठिन है ?


7. SHARE:
You were taught to share when you were only two years old. When did you forget? That rule still applies. Share with those who are less fortunate than you. Share your joy with those who need encouragement. Share your laughter with those who haven't heard any in such a long time. Share your tears with those who have forgotten how to cry. Share your faith with those who have none

बांटो

जब तुम केवल २ साल के थे, तब तुम्हें सिखाया गया था - बांटना, share करना. फ़िर भूल गए ?
अरे ! ये तो अब भी लागू होता है। बांटो, उनके साथ जो तुमसे कम भाग्यशाली है, बांटो अपना उत्साह, अपनी खुशी उनके साथ जिन्हें उत्साह वर्धन की आवश्यकता है।

बांटो उनके साथ अपनी हँसी जो अरसे से हँसे नही है। बांटो उनके साथ अपने आंसू जो रोना भूल गए हैं । बांटो अपना विश्वास उनके साथ, जिनके पास विश्वास नाम की चीज़ ही नही है।


8. BE PATIENT:
I managed to fix it so in just one lifetime you could have so many diverse experiences. You grow from a child to an adult, have children, change jobs many times, learn many trades, travel to so many places, meet thousands of people, and experience so much. How can you be so impatient then when it takes Me a little longer than you expect to handle something on My to-do-list? Trust in My timing, for My timing is perfect. Just because I created the entire universe in only six days, everyone thinks I should always rush, rush, rush.

धैर्य रखो
मैं तुम्हारी परेशानियाँ दूर करने में लगा हूँ, ताकि इस जीवन में तुम तरह-तरह के अनुभव पा सको।

तुम एक बच्चे से बड़े हुए, फ़िर तुम्हारे बच्चे हुए, तुमने कई बार नौकरियां बदलीं, धंधे बदले, जगह-जगह कि यात्राएं की , हजारों लोगों से मिले, कितने ही अनुभवों से गुज़रे।

तो अब अगर अपनी कामों की लिस्ट को पूरा करने में, मुझे ज़रा देर होती हैं तो धैर्य क्यों छोड़ते हो ?भरोसा करो मेरे समय पर भी, क्योंकि मेरा काम है, तुम्हारा काम सही समय पर कामयाब बनाना। मैंने पूरी सृष्टि छह दिनों में रच डाली, और लोगों को लगने लगा कि मैं तो सब झट - पट कर सकता हूँ ।


9. BE KIND:
Be kind to others, for I love them just as much as I love you. They may not dress like you, or talk like you, or live the same way you do, but I still love you all. Please try to get along, for My sake. I created each of you different in some way. It would be too boring if you were all identical. Please, know I love each of your differences.

नम्र बनो

नम्र बनो दूसरों के प्रति क्यों कि, उन्हें भी मैं इतना ही प्यार करता हूँ, जितना कि तुम्हें।
हो सकता है उनका व्यवहार अलग हो, वे ऐसे कपड़े ना पहनते हों, जैसे तुम पहनते हों ,
वैसे बात ना करते हो, जैसे तुम करते हो,

लेकिन मैं फ़िर भी सबसे ही प्रेम करता हूँ, मेरी खातिर सबको अपनाना सीखो।
मैंने तुम सबको किसी न किसी मायने में भिन्न बनाया है, ये कितना नीरस लगता, अगर सब के सब बिल्कुल एक से हों. ये मत भूलो कि मैं तुम सबकी इन भिन्नताओं को प्यार करता हूँ।


10. LOVE YOURSELF:
As much as I love you, how can you not love yourself? You were created by me for one reason only -- to be loved, and to love in return. I am a God of Love. Love Me. Love your neighbors. But also love yourself. It makes My heart ache when I see you so angry with yourself when things go wrong. You are very precious to me, Don't ever forget.

अपने आप से प्यार करो

मैं तुमसे कितना प्रेम करता हूँ, तुम इतना ही अपने आप से क्यों नही कर सकते ? मैंने तो तुम्हें सृजा ही इस लिए है कि तुम प्यार करो और प्यार पाओ । मैं प्रेम का देवता हूँ।
अपने पड़ोसियों से प्यार करो लेकिन अपने आप से भी प्यार करो ।

कुछ ग़लत हो जाने पर जब तुम अपने आप पर क्रोधित होते हो - तो मेरा ह्रदय दुखता है, ये कभी मत भूलना कि मेरे लिए तुम बहुत कीमती हो।

Thursday, August 7, 2008

8/3/2008

Love is sharing; love is expansion। You can't but love, because you want to expand! And nature of life is to expand. But we have learned and cultured all our habits to restrain ourselves, and that is why the Divine Love is not manifesting in our life fully.

प्रेम बाँटने के लिए है; प्रेम फिलाने के लिए है। तुम कुछ नहीं कर सकते केवल प्रेम के बिना , क्योंकि तुम फैलना चाहते हो! और जीवन की प्रकृति ही फिलना है। परन्तु हमने अपनी सारी आदतों को सीखा है और उन्नत किया है, अपने आपको रौकने के लिए, और इसी लिए ईश्वरीय प्रेम हमारे जीवन मैं पूर्णतया प्रर्दशित नहीं हो रहा है।

8/2/2008

Closing Down
Our love---capacity to love---everybody has, but they have not utilized it। We have not thrown ourselves open. We have closed into our small, "my, my, me, me, mine."

हमारा प्रेम---प्रेम करने की क्षमता---सब के पास है, परन्तु उन्हों ने इसका प्रयोग नहीं किया है. हमने अपने आप को खुला नहीं छोडा है. हमने बंद कर रखा है अपने छोटे, “मैं, मैं, मुझे, मुझे, मेरा.”

8/1/2008

Loving Objects
A person who cannot love people, starts loving objects।

जो व्यक्ति लौगों को प्रेम नहीं कर सकता है, वेह वस्तुओं को प्रेम करना आरंभ कर देता है.

7/31/2008

The Pain of Separation Longing, the pain of separation, increases the love in you. That increases the prayerfulness in you.

अभिलाषा, अलग होने का दर्द, तुम्हारे अन्दर प्रेम बढ़ता है. वेह तुम्हारे अन्दर प्रार्थना का भावः बढ़ता है।

7/30/2008

Ego and Divine Love As long as there is ego, there is no Divine Love; and when there is Divine Love, the ego---there is no sign of it.

जब तक अहम् है, वहां ईश्वरीय प्रेम नहीं है; और जब ईश्वरीय प्रेम नहीं है, अहम्--- का कोई निशान नहीं है।

7/29/2008

Separateness The ego is simply an illusion। "Ego" means separateness, that's all.

अहम् साधारणतया मय है. “ अहम्” अर्थात अलग होना, बस इतना ही.

7/28/2008

Demanding
When you demand love, you are destroying love।

जब तुम प्रेम की मांग करते हो, तुम प्रेम का नाश करते हो.

7/27/2008

Possessing
We want to possess love; in the act of possessing, we destroy love

हम प्रेम पर अधिकार रखना चाहते हैं; अधिकार रखने की क्रिया मैं, हम प्रेम को नस्ठ कर देते हैं।

Monday, August 4, 2008

10 Messages from Guruji…

10 Messages from Guruji…

1 QUIT WORRYING:
Life has dealt you a blow and all you do is sit and worry। Have you forgotten that I am here to take all your burdens and carry them for you? Or do you just enjoy fretting over every little thing that comes your way?

चिंताए छोडो

जीवन की उलझन अपनी जगह है और अनेक घिरे तुम बैठे बैठे चिंताए करते रहते हो , क्या तुम भूल गए की मैं हूँ, यहाँ तुम्हारी चिंताओं का, परेशानियों का बोज़ उठाने के लिए, या फ़िर अब तुम्हें चिंताओं के साथ जीने की आदत हो चली है ?

2 PUT IT ON THE LIST:
Something needs done or taken care of। Put it on the list. No, not YOUR list. Put it on MY to-do-list. Let ME be the one to take care of the problem. I can't help you until you turn it over to Me. And although My to-do-list is long, I am after all... God. I can take care of anything you put into My hands. In fact, if the truth were ever really known, I take care of a lot of things for you that you never even realize.

चिंताओं की सूचि बनाओ

कुछ किया जाना चाहिए, चिंताओं की सूचि बना डालो, नहीइन्हे अपनी नही, मेरी सूचि याने लिस्ट में शामिल करो, मुझ पर छोड़ो इन समस्याओं का जिम्मा,मुझे बताओ ता कि में तुम्हारी मद्दद कर सकूँ ।

3. TRUST ME:
Once you've given your burdens to Me, quit trying to take them back.Trust in Me. Have the faith that I will take care of all your needs, your problems and your trials. Problems with the kids? Put them on My list. Problem with finances? Put it on My list. Problems with your emotional roller coaster? For My sake, put it on My list. I want to help you. All you have to do is ask.

4. LEAVE IT ALONE:
Don't wake up one morning and say, "Well, I'm feeling much stronger now, I think I can handle it from here." Why do you think you are feeling stronger now? It's simple. You gave Me your burdens and I'm taking care of them. I also renew your strength and cover you in my peace. Don't you know that if I give you these problems back, you will be right back where you started? Leave them with Me and forget about them. Just let Me do my job.


5. TALK TO ME:
I want you to forget a lot of things. Forget what was making you crazy.Forget the worry and the fretting because you know I'm in control. But there's one thing I pray you never forget. Please, don't forget to talk to Me - OFTEN! I love YOU! I want to hear your voice. I want you to include Me in on the things going on in your life. I want to hear you talk about your friends and family. Prayer is simply you having a conversation with Me. I want to be your dearest friend.


6. HAVE FAITH:
I see a lot of things from up here that you can't see from where you are. Have faith in Me that I know what I'm doing. Trust Me; you wouldn't want the view from My eyes. I will continue to care for you, watch over you, and meet your needs. You only have to trust Me.Although I have a much bigger task than you, it seems as if you have so much trouble just doing your simple part. How hard can trust be?


7. SHARE:
You were taught to share when you were only two years old. When did you forget? That rule still applies. Share with those who are less fortunate than you. Share your joy with those who need encouragement. Share your laughter with those who haven't heard any in such a long time. Share your tears with those who have forgotten how to cry. Share your faith with those who have none


8. BE PATIENT:
I managed to fix it so in just one lifetime you could have so many diverse experiences. You grow from a child to an adult, have children, change jobs many times, learn many trades, travel to so many places, meet thousands of people, and experience so much. How can you be so impatient then when it takes Me a little longer than you expect to handle something on My to-do-list? Trust in My timing, for My timing is perfect. Just because I created the entire universe in only six days, everyone thinks I should always rush, rush, rush.


9. BE KIND:
Be kind to others, for I love them just as much as I love you. They may not dress like you, or talk like you, or live the same way you do, but I still love you all. Please try to get along, for My sake. I created each of you different in some way. It would be too boring if you were all identical. Please, know I love each of your differences.

10. LOVE YOURSELF:
As much as I love you, how can you not love yourself? You were created by me for one reason only -- to be loved, and to love in return. I am a God of Love. Love Me. Love your neighbors. But also love yourself. It makes My heart ache when I see you so angry with yourself when things go wrong. You are very precious to me, Don't ever forget.

Saturday, July 26, 2008

7/26/2008

Longing
Longing is part of love, is the other face of love.

अभिलाषा प्रेम का एक भाग है, प्रेम का दूसरा चेहरा है.

7/24/2008

Creating Love Can you create love inside you? It is not possible; love is a happening, a phenomenon।

क्या तुम अपने अन्दर प्रेम की रचना कर सकते हो? यह सम्भव नहीं है; प्रेम होता है, एक घटना है।

7/25/2008

Dissolving the Ego When there is Love, there is no ego; ego dissolves like the dew drops with the sun।

जहाँ प्रेम है, वहाँ अहम् नहीं है; अहम् ऐसे घुलता है जैसे ओस की बूँदें सूरज से.

7/23/2008

Longing and Love There can't be love without longing and there can't be longing without love।

लालसा के बिना प्रेम नहीं हो सकता है और प्रेम के बिना लालसा नहीं हो सकती है.

7/22/2008

Sought After

He searches for you, wherever you are; God comes and searches for you। He'll search, and he will take you wherever you are।

7/21/2008

Churning the Mind Life is the process of "churning." Your mind is being churned by so many things, events happening. Your mind is churned and churned and churned, and finally, the "butter" comes---it's the sainthood, the saintliness in you.

7/20/2008

Pause
Just singing is not sufficient. One can just go on singing. But in between the songs, a few moments of silence, of depth, of experiencing the bliss of the infinite---that is very essential.

केवल गाना ही पर्याप्त नहीं है. तुम केवल गाते ही रह सकते हो. परन्तु गानों के मध्य में, कुछ घड़ी का मौन, कुछ घड़ी की गहरे, कुछ घड़ी का अनुभव ओउस अनंत का आनंद---वेह बहुत आवश्यक है।

Wednesday, July 23, 2008

Guru Poornima 23rd July 2002



http://video.google.com/videoplay?docid=1000322242987673948&ei=&hl=en

Guru Poornima celebrations with Sri Sri Ravi Shankar on 17th July 2002



Guru Poornima celebrations with Sri Sri Ravi Shankar on 17th July 2002.
http://video.google.com/videoplay?docid=9104204441476802913&ei=&hl=en

Guru Poornima 18th July 2002 - 45 min - Jul 3, 2006 Art of Living Foundation



Guru Poornima 18th July 2002 - 45 min - Jul 3, 2006
Art of Living Foundation
http://video.google.com/videoplay?docid=8279939970956104241&ei=&hl=en

Guru Poornima Day 2006 Art Of Living Foundation July 10 2006


Guru Poornima Day 2006
Art Of Living Foundation
July 10 2006
San Mateo Expo Center San Mateo , CA USA
http://video.google.com/videoplay?docid=-3673979572353239259

Sunday, July 20, 2008

7/19/2008

Love Sustains Bliss
Love can sustain the bliss

7/18/2008

Ego Trip
Someone experiences bliss, and that bliss, itself, becomes a trip for the ego। So the ego, in turn, destroys the infinity, the joy, the bliss.

कोई व्यक्ति आनंद अनुभव करता है, और वेह आनंद, अपने आप ही, अहम् के लिया यात्रा बन जाता है. अतएव अहम्, बदले में, अनंत को, खुशी को, आनंद को नष्ट करता है।

7/17/2008

Little and Big
Within this small body, you are able to experience the infinite space।
इस छोटे शरीर में, तुम अनंत को अनुभव कर सकते हो.

7/16/2008

Celebration
Celebration happens when the mind unites with the spirit। The mind keeps crying and crying until it finds the spirit! When the mind unites with the spirit then real celebration happens.

उत्सव तब होता है जब मन आत्मा के साथ एक हो जाता है। मन रोता ही रहता है जब तक वेह आत्मा को न पा ले! जब मन आत्मा से मिल जाता है तब वास्तव में उत्सव होता है।

7/15/2008

The Ultimate Prerequisite
When there is no peace, forget about God, forget about Truth, forget about Divinity, forget about everything else। The first requirement is peace.
जब वहां शान्ति नहीं हो, इश्वर को भूल जाओ, सत्य को भूल जाओ, देवत्व को भूल जाओ, सब कुछ भूल जाओ. पहली जरूरत है शान्ति।

7/14/2008

Nearness and Distance
Love cannot tolerate distance, and hatred cannot tolerate nearness.

7/13/2008

The Foundation of Knowledge
Knowledge is possible only when you come close. From a distance, and in a formal atmosphere, knowledge cannot blossom...Being together is the foundation of knowledge.
ज्ञान तभी सम्भव है जब तुम समीप आते हो। दूरी से, और औपचारिक वातावरण में, ज्ञान फलता नहीं है...एक साथ होने में ही ज्ञान की नींव है।

Monday, July 14, 2008

Sunday, July 13, 2008

Sri Sri Ravi Shankar Talks about Youth

Guruji in Bali April 2008

7/12/2008

No Closeness
Misunderstandings happen on this planet because of distance, because there is no closeness, no one ever "sits next to" the other। In one house people live on different planets. In a town, people live in different galaxies. There is so much distance, and so there is no understanding.

7/11/2008

Maturing Intellect
When the intellect starts maturing, it starts questioning the source of creation
जब बुद्धि अपनी पूर्णता पर आना आरंभ करती है,
वोह सृजन के स्रोत से प्रश्न करना आरंभ कर देती है.

7/10/2008

Innermost Self
In your innermost Self---in its purity and clarity---you are not different from God तुम्हारी अन्तर आत्मा मैं---इस पवित्रता और शुद्धता मैं---तुम भगवन से अलग नहीं हो।

7/9/2008

Simplicity
Something that is simple, the mind cannot accept. The ego wants very complicated and difficult things. जो कुछ सरल है, मन उसी को स्वीकार नहीं कर सकता। अभिमान बहुत उलझी और कठिन वस्तुओं को मांगता है।

7/8/2008

In the Company of Love
In the company of one who is living Love, you also can’t but spring into that Love. प्रेम मैं जीने वालों की सांगत मैं रहने से तुम और कुछ नहीं परन्तु प्रेम मैं मिल जाते हो.

7/7/2008

Demands on God
God is not there just to fulfill your petty demands।

भगवन केवल तुम्हारी चोटी चोटी मांगे पूरी करने के लिए नहीं है.

7/6/2008

Dedication
Love dies if there is no dedication। अगर समर्पण नहीं होता है तो प्यार मर जाता है.

7/5/2008

Fear
Fear is lack of love। Only one thing can eliminate fear---that is love.
प्रेम का आभाव डर है. केवल एक वस्तू डर निकल सकती है---वोह है प्रेम.

7/4/2008

Worry
Worry is a product of loving something that is not permanent, that is not eternal चिंता उस से प्रेम करने का फल है, जो स्थाई नहीं है, जो नित्य नहीं है.

7/3/2008

In-Fallable!
A devotee will never fall। He cannot fall। There is no chance for it.

भक्त कभी नहीं गिरता। वोह गिर नहीं सकता. इसकी कोई सम्भावना ही नहीं है ।

Thursday, July 3, 2008

7/2/2008

Different Kinds of Tears
Devotion is very beautiful. A student comes to a master, a teacher, a guru, with tears in his eyes, there is so much problems. And when he leaves he carries the same tears, but the quality of the tear is different; it’s of gratitude. Still tears flow, but they are of gratitude, of love.
भक्ति सुंदर है. शिष्य मालिक, शिक्षक, गुरु, के पास आता है आंखों मैं आंसू लिए, कितनी सारी मुश्किलें हैं. और वोह वापस वहि आंसू लिए जाता है, परन्तु उनका गुन अलग है; वोह है धन्यवाद का. फ़िर भी आंसू बहता हैं, परन्तु वेह धन्यवाद के हैं, प्रेम के हैं।

7/1/2008

Simply in Love
A devotee is not there even for wisdom. He simply is in love. He has fallen in deep love with the master, with the infinity, with God. He doesn’t care whether he gets enlightened or not.
भक्त ज्ञान के लिए नहीं होता है. वोह तो प्रेम करता है. वोह मालिक के साथ, अनंत के साथ, भगवान के साथ प्रेम मैं डूबा हुआ है. वोह इसकी चिंता नहीं करता है की उसे ज्ञान प्राप्त हुआ या नहीं.

6/30/2008

No Difference
A servant is the Master. One who is a servant can only be a Master. And the Master is the servant. There is no difference
एक सेवक मालिक है. वह जो सेवक है केवल मालिक हो सकता है. और मालिक सेवक है. इनमें कोई अन्तर नहीं है।

6/29/2008

Beloved and Master
Being a "beloved" is being one with the master, being one with the loved, the lover।
"प्रिया" होना मालिक के साथ एक होना है, स्नेही, प्रेमी के साथ एक होना है ।

6/28/2008

Servant and Master
Being a servant is not being a slave, but being a servant is living the dignity of the Master, dissolving into the Master।

सेवक होना गुलाम होना नहीं है, परन्तु सेवक होना मालिक की पदवी पाकर जीना है, मालिक मैं मिल जाना है।

Saturday, June 28, 2008

6/27/2008

Servant and Beloved
There are only two relationships in which the mind can mind can burn, vanish, and dissolve---that is, surrender. And these two types of relationships: one is of servant, being a servant; as a servant, one can burn, vanish, dissolve. Another, as beloved; as beloved, one can burn, vanish and dissolve.
दो संबंधों मैं मन जलता है, गायब हो जाता है, और मिल जाताहै---वह है, समर्पण. और यह दो प्रकार के सम्बन्ध: एक सेवक का है, सेवक बन जाना, सेवक हो जाना, जिस मैं जलता है, गायब हो जाता है, मिल जाता है. दूसरा, प्रिया बनकर; प्रिया बनकर, जलता है, गायब हो जाता है, मिल जाता है।

6/26/2008

False Promises
The mind has promised you heaven, but it is taking you to hell. You have been chasing the mind; you’re trodding behind it. It increases the hunger and thirst in you by giving a little glimpse of joy here and there.
मन ने तुम्हे स्वर्ग का वादा किया है, परन्तु यह तुम्हे नरक मैं ले जा रहा है. तुम मन का पीछा कर रहे हो; तुम उस के पीछे हो। यह तुम्हारे अन्दर भूख और प्यास बद्धता है , तुम्हे इधर उधर की खुशियों की चोटी सी झलक दिखाकर।

6/25/2008

Not Dead
The world is not a dead place; the creation is not a dead place. It is solidified consciousness, and it is dynamic. And it is new. Every moment it is new.

दुनिया मरुस्थल नहीं है; सृष्टि मरुस्थल नहीं है. ये मजबूत चेतना है, और ये ग्यात्मक है. और ये नविन है. ये हर पल नविन है।

Tuesday, June 24, 2008

6/24/2008

Yoga vs. Depression
Yoga is to realize that your mind is dynamic, your life is dynamic. Depression is a sign of static understanding about life. When you feel everything in life is dead, static, there is nothing more, nowhere to go---that is when one gets depressed.

योग ये ज्ञात करता है की तुम्हारा मन् ग्यात्मक है, तुम्हारा जीवन ग्यात्मक है। शिस्तात्मक रूप से जीवन को समझना उदासी का लक्षण है। जब तुम ये महसूस करते हो की जीवन में हर वस्तु प्राणहीन है, शिश्तात्मक है, इससे ज्यादा कुछ भी नहीं है, कहीं नहीं जा सकते---उस समय उदास हो जाते हो।

6/23/2008

Manifestations
Your brain is nothing but manifestation of consciousness। Your body is nothing but manifestation of consciousness. Intelligence, wherever you see it in the world, is manifestation of consciousness.

तुम्हारी बुद्धि कुछ नहीं केवल चेतना का प्रदर्शन है। तुम्हारा शरीर कुछ नहीं केवल चेतना का प्रदर्शन है. ज्ञान, संसार मैं तुम जहाँ भी देखते हो, चेतना का ही प्रदर्शन है।

6/21/2008

Consciousness and the body
You think the body makes the consciousness? No। Consciousness has made the body.
तुम सौचते हो तुम्हारा शरीर चेतना जागरूक करता है? नहीं।
चेतना ने शरीर बनाया है।

6/22/2008

The Presence of Consciousness
The planets move around the sun। Just the mere presence of the sun makes the planets go around. In the same way, the presence of consciousness---though it is not involved directly---its mere presence makes the body grow.

ग्रह सूरज की परिक्रमा करते हैं. केवल सूरज की ओउपस्थिति से ही ग्रहों परिक्रमा करते हैं। इसी तरह, चेतना की ओउपस्थिति---जबकि यह साक्षात् जुदा नहीं---उसकी केवल ओउपस्थिति से ही शरीर बढ़ता है।

6/20/2008

Spiritual Knowledge and Science
All possible advancements in any field you see today, either science or arts, originated as a thought, originated in that ocean of Intelligence।People talk about "science meeting spirituality" or "spirituality coming together with science" this is such an immature, childish statement. Spiritual knowledge *is* science. And science can never be away from spiritual knowledge. Because, spirit alone can bring the science up. They are two sides of the same coin.

प्रत्येक सम्भव उन्नति तुम किसी भी दिशा में देख लो, या तो विज्ञानं या कला, एक विचार से उत्पन्न हुई हैं, बुद्धि के सागर में उत्पन्न हुई हैं। लौग "विज्ञानं का आत्मज्ञान से मिलन" या "आत्मज्ञान विज्ञानं के साथ" के विषय में बातें करते हैं यह इतना अधुरा, लड़कपन वाकया है. आत्मज्ञान विज्ञानं *है*. और विज्ञानं कभी भी आत्मज्ञान से अलग नहीं हो सकता है। क्योंकि, आत्मा ही विज्ञानं को ऊंचा उठा सकती है। यह दो पहलू हैं एक सिक्के के।

6/19/2008

Everything is Consciousness
It's one consciousness that has become the body, has become the mind, has become the intellect and emotions, ego, self. Everything that you have in you is made up of one consciousness---like, every wave of the water is made up of the water itself and nothing other than water.

एक ही चेतना है जो शरीर बन चुकी है, मन् बन चुकी है, बुद्धि और भावनाएं, अहम्, आत्मा बन चुकी है।
जो कुछ भी तुम में है एक ही चेतना से बना है---जैसे, प्रत्येक लेहर पानी से बनी है और पानी के अतिरिक्त किसी से नहीं।

6/18/2008

Already Connected
The moment you feel a connection from your side, just know you have already been connected। Otherwise you won't even come anywhere near this knowledge, this path.
जिस घड़ी तुम्हे अपनी तरफ़ से संपर्क महसूस करते हो, केवल इतना जान लो की तुम पहले से ही संपर्क में हो।
नहीं तो तुम इस ज्ञान, इस राह के निकट आ ही नहीं पाते.

6/17/2008

No Rejects!
A master is like an ocean। Ocean is there, readily available. It does not reject anybody.

गुरु सागर के सामान होता है. सागर वहां है, पूर्णतया उपलब्ध है।
वेह किसी को भी अस्वीकार नहीं करता है।

6/16/2008

Move to the Center
From the object move on to the Center, move on to the Experiencer of pleasure. This is the way to have a continued experience, continued joy in life.

वस्तु से हटकर केंद्र में आओ, अनुभव्कारी के आनंद में आओ।
यही रास्ता है लगातार अनुभव, लगातार खुशी जीवन में रखने का.

6/15/2008

Move on to the Center
If you are touching something very nice, what is happening? A sensation is arising in your body। Now, put your attention on the sensation and move on to the center.

यदि तुम किसी बहुत अच्छी वस्तू को छूते हो, तो क्या होता है? तुम्हारे भीतर एक संवेदना उठती है। अब , अपना ध्यान उस संवेदना पर लाओ और अपने केन्द्र की और टालो।

6/14/2008

Withdraw your senses
Withdraw your senses from the object to its source, then the union happens, then the yoga happens. You look at something beautiful---now, take your attention from that something to the feeling of beauty that is arising in you.

अपनी इन्द्रियों को विषयों से वापस स्रोत की और लाओ, तब एकता होती है, तब योग होता है। तुम किसी सुन्दर वस्तु को देखते हो---अब , उस वस्तु से ध्यान हटा कर सुन्दरता की भावना ऊपर लाओ जो तुम्हारे भीतर उथल रही है।

6/13/2008

The Secret of Joy
You are the source of जोय

तुम्ही आनंद के स्रोत हो.

6/12/2008

How to Enjoy
We want to enjoy, but we do not even know how to enjoy. This is the whole problem. There is a way to enjoy, also. The rishis are not against anyone living in the world.

हम आनंदित तो होना चाहते हैं, परन्तु हम ये नहीं जानते की आनंदित कैसे हुआ जाये। येही सारी मुसीबत है। आनंदित होने का एक मार्ग भी है। ऋषि संसार में रहने वालों के विरुद्ध नहीं हैं।

6/11/2008

Pleasure and Pain
Whichever object is giving you pleasure, the same object will give you misery---the same thing will give you misery, pain। Like, apple pie is giving you joy, go on eating apple pie, and it will give you a stomach ache and what not.

जो वास्तु तुम्हे सुख देती है, वोह तुम्हे दुःख भी देती है---वहि वास्तु तुम्हे दुःख, दर्द देती है। जैसे, apple pie तुम्हे खुशी देती है, apple pie खाते जाओ, और वोह तुम्हे पेट का दर्द आदि देती है।

6/10/2008

Unlimited Joy
This is quite natural: your mind is not satisfied with limited joy. It wants unlimited joy. The desire of every mind is to go to the source where it is unlimited joy.
यह स्वाभाविक है: तुम्हारा मन सीमित आनंद से संतुष्ट नहीं है। वह असीम आनंद चाहता है। प्रत्येक मन की अभिलाषा है की वह उस स्रोत तक पहुंचे जहाँ असीम आनंद है।

6/9/2008

Limited Senses
Our senses have a limited capacity to enjoy, but the desire in the mind to enjoy is infinite। This is where opposition begins: the mind wants to enjoy, but your body is too tired to enjoy।

हमारे इन्द्रियों की आनंदित करने वाली शक्ति सीमित है, परन्तु मन मैं आनंदित होने की अभिलाषा अनंत है।
यहीं से विरौध आरंभ होता है: मन आनंदित होना चाहता है, परन्तु तुम्हारा शरीर इतना थक चुका है की वह आनंदित नहीं हो सकता।

6/8/2008

No End to it
There is no end to moving from scene to scene, from person to person, from thing to thing---whole life could be spent doing that। You can spend a whole life। But if you think joy is there, then uniting cannot happen, then you cannot bring all the strings of your Self together.

इसका कोई अंत नहीं है एक दृश्य से दुसरे दृश्य की और जाना, एक व्यक्ति से दौसरे व्यक्ति, एक वस्तु से दूसरी वस्तू की और जाना---सारा जीवन यही सब करते बीत जाता है। तुम सारा जीवन व्यतीत कर सकते हो, पर अगर तुम सौचते हो की खुशी इसी मैं है, तो एकता नहीं हो सकती। तुम स्वयमं के सारे धागे एकत्र नहीं कर सकते।

6/7/2008

Drop the rock!
You have to drop the rock in order to pluck the flowers।

तुम्हे फूल चुनने के लिए पत्थर गिराने ही होंगे.

6/6/2008

Holding On
If you are holding on to stones in your hands, your hands will not be free to take the diamonds and gold.

यदि तुम अपने हाथों मैं पत्थर पकडे रहते हो, तो तुम्हारे हाथ हीरा और सोना लेने के लिए खली नहीं रहेंगे.

Saturday, June 21, 2008

05/06/2008

Stuck in the Wrappings
The world is a beautiful package, the world is not bad. It's a wrapping paper to you. A beautiful gift is given to you with a very wonderful wrapping paper around it. But if you are stuck with the wrapping paper, the package of the gift, you will not even open it, you will not see the gift that has been given inside the package to you. This is what most people do.

संसार सुंदर पार्सल है, संसार बुरा नहीं है. यह तुम्हारे लिए आवरण है. एक सुंदर उपहार आकर्षक आवरण मैं लिपटा तुम्हे दिया गया है. परन्तु यदि तुम आवरण के साथ चिपक जाते हो, उपहार का पार्सल, तुम उसे खोलोगे भी नहीं, तुम उपहार को नहीं देखोगे जो तुम्हे पार्सल के अन्दर दिया गया है. यही बहुत से लौग करते हैं.

04/06/2008

Joy / Not Joy
This is what we see in the world today: everyone is moving towards joy, but people are not joyful। They are the opposite---miserable। Because they are clinging on to the sense objects rather than the source of joy.

येही है जो हम आज के संसार मैं देखते हैं, हर एक व्यक्ति खुशी की और जा रहा है, परन्तु लौग खुश नहीं हैं । वे इसके विपरीत हैं---दुखित हैं , क्योंकि वे खुशी के स्रोत की जगह इंद्रिय विषयों से बंधे हुए हैं ।

03/06/2008

Senses Lead Within
Each of the senses lead you to a point deep inside you that is the fountain of joy. Whether touch, sex, or sight, or music, or smell, or taste---the joy that is coming to you is coming from a source deep within.

हर एक इंद्रिय तुम्हारा नेत्रित्व ओउस बिन्दु तक करती है , जो तुम्हारे भीतर है, जो खुशी का फव्वारा है । या तो स्पर्श, काम वासना, या दृष्टि, या संगीत, या सुगंध, या स्वाद---से खुशी जो तुम तक पहुँच रही है , इसका श्रोत तुम्हारी आतंरिक गहरे मैं है ।

02/06/2008

Sensory Peaks
The peak of any sensory or sensual experience takes you inward.

जब भी इन्द्रिय शक्ति या इन्द्रिय सुख का अनुभव चोटी तक पहुँच जाता है । तुब वेह तुम्ह्ने भीतर की और ले जाता है ।

Monday, June 2, 2008

1/06/2008

You Can Choose
Thoughts simply arise---but you choose to act or not act। This is what awareness brings in you. If you are not aware, you simply act on the strongest impulse or strongest thought.

विचार तो उठते ही है ---परन्तु तुम चुनते हो की उन पर कार्य करना है या नहीं करना है । ये सजगता ही तुम मैं लाती है । यदि तुम सजग नहीं हो, तुम साधारणतया मजबूत प्रेरणा या मजबूत विचार पर कार्य करते हो ।

31/05/2008

Stupid Thoughts

It is impossible to know thoughts before they come। You know them as they come. And, if they are stupid, simply smile at them, laugh at them, and they will move away.

विचारों को आने से पूर्व जान लेना असंभव है ।उनके आने से ही तुम उन्ह्ने जान लेते हो। और, यदि वेह मूर्खतापूर्ण है, सरलतापूर्वक उन पर मुस्कुरा दो, हंस दो, और वेह चले जायेंगे ।

30/05/2008

No Gain, No Loss
The mere presence of the sun brings all the activity in the world। In the same way, your mere presence is a service, is the goal. There is no gain, no loss, no purpose, no defeat.

केवल सूरज की उपस्तिथि संसार मैं क्रियाशीलता लाती है । ठीक इसी तरह, केवल तुम्हारी उपस्तिथि ही एक सेवा है , एक लक्ष्य हैइसमे ना कोई लाभ, ना हानि, ना उद्देश्य, ना ही कोई हार है ।

Thursday, May 29, 2008

29/05/2008

Play vs. War
When "winning" and "losing" don't have any meaning, that is when the real game happens, play happens। Otherwise it is war. War has a significance for winning or losing.

जब "जीतना" और "हारना" कोई अर्थ नही रखता, तब वेह वास्तविक खेल होता है । अन्यथा वह युद्ध है । युद्ध मैं जीतने और हारने का महत्व है .

28/05/2008

Self Only
Only the Self exists। Nothing else exists.
केवल आत्मा रहती है । दूसरा कुछ नही रहता ।

Tuesday, May 27, 2008

27/05/2008

The Illusion of self
The self as a different entity, an object, is what people are trying to see। That is an illusion।

लोग आत्मा को एक अलग अस्तित्व ,
एक वस्तु के रूप मैं देखने का प्रयास करते हैं ।
ये एक धोखा है ।

Monday, May 26, 2008

Interview With Mahesh Giri - Hemant Parikh & Mahesh Giri

Interview With Mahesh Giri - Hemant Parikh & Mahesh Giri
Interview With Mahesh Giri - Hemant Parikh & Mahesh Giri

26/05/2008

You Are Nobody
Drop this identity---that you are somebody। You are nobody। You are nothing. You are the Non-Dual.

इस पहचान को छोड़ दो --की तुम कोई हो । तुम कोई नहीं हो। तुम कुछ नहीं हो। तुम अद्वैत हो

25/05/2008

You are not the body
You are not the body/mind complex। You are the eternity.

तुम शरीर या मन का मिश्रण नहीं हो । तुम अनंत हो ।

24/05/2008

Thou Art Supreme
That which is unmoved, like the ocean without waves, that which is free and pure, that which exists in the three periods of time---the past, present, and future---that supreme art Thou। Meditate on this and realize, right now.

वह जो अटल है , जैसे सागर बिना लहर के, वह जो स्वतंत्र और पवित्र है , वह जो तीनो कल्नो मैं विद्यमान है ----भूत, वर्त्तमान और भविष्य ----वह सर्वशक्तिमान ब्रह्म तू है । इस पर ध्यान करो और इसे समझो और पालन करो ।

Saturday, May 24, 2008

23/05/2008

You are not going to die #2
Though you may feel, " I am going to die; I am old getting old," --- this is superficial. Deep down inside you, you know for sure you are not going to die. You are beyond death.
अगर तुम यह सौचते हो , "मैं मरने वाला हूँ ; मैं दिन प्रति दिन वृद्ध हो रहा हूँ ," ---- यह उपरी है । तुम अपने अन्दर यह जानते हो, तुम्हे विश्वास है की तुम मरने वाले नहीं हो । तुम मृत्यु से परे हो।

Thursday, May 22, 2008

22/05/2008

You are not going to die
You pity someone who has died, because you have the feeling that you are not going to die. And this is true. Something deep in you never dies. That's why you never feel that you have aged or you are going to die.
जो मर गया है तुम उस पर दया करते हो , क्योंकि तुम यह सोचते हो की तुम मरोगे ही नही । और यह सत्य है । कुछ तुम्हारे अन्दर ऐसा है जो कभी नहीं मरता । इसलिए तुम यह कभी नही सोचते हो की तुम्हारी आयु हो चुकी है या तुम मरने वाले हो ।

Wednesday, May 21, 2008

21/05/2008

Reality
No one ever feels that one is going to die। You know why? Because that is the reality!

कोई भी ये कभी नहीं सोचता है की वह मरने वाला है .
तुम जानते हो क्यों ? क्योंकि यही सत्य
है ।

20/5/2008

Beyond Birth And Death
There is something in you that is beyond death। And that is before birth, also.

तुम मे कुछ ऐसा है जो मृत्यु के परे है । और वह जन्म से पूर्व भी है ।

Tuesday, May 20, 2008

19/05/2008

Now or Later
If you are upset, you don't say, "Ok, tomorrow, I'll get upset. Today let me not get upset." But anything good, anything that is uplifting the Self, we have a tendency to postpone: "I'll do it tomorrow, later on, another time."

जब तुम परेशां होते हो, तुम यह नहीं कहते , "ठीक है , कल , मे परेशां हो जाऊंगा । आज मैं परेशां नहीं होता " परन्तु कुछ भी अच्छा, कुछ भी ऐसा जो अपने को ऊपर उठता है ,
हमारी प्रवृति है। उसे टाल देने की : "मैं इसे बाद मे , किसी और समय, कल करूँगा "

18/5/2008

Walls of Concepts
Your own concepts have created "walls" and so you need a "door." But when there are no concepts, there are no walls.

तुम्हारे अपने विचारों ने ही "दीवार" की रचना कर ली है और इसलिए तुम्हे एक "दरवाजा" चाहिए । परन्तु जहाँ विचार नहीं है ,वहां दीवार नहीं है

17/05/2008

Know Thought as Thought
Knowing a thought as thought brings the freedom. When you know a thought as a reality, that is when you are stuck.

विचारों को केवल विचार जानना ही स्वतंत्रता लाता है। जब तुम विचारओं को सत्य समझ लेते हो तब तुम रुक जाते हो .

16/05/2008

Everything is Just a Thought
Wake up and realize this is all made up of thoughts, just thoughts, just thoughts। Your appreciation of beauty is a thought, your aversion to an object that is ugly is a thought। Your craving or aversion is nothing but a passing thought in the mind. Realize this is just a thought and you will be free.

जागो और जानो यह साब विचारों द्वारा बना है , केवल विचार, केवल विचार, तुम्हारा सुन्दरता की प्रशंसा करना एक विचार है , तुम्हारी घृणा किसी कुरूप वस्तु के प्रति भी एक विचार है । तुम्हारी लालसा या घृणा और कुछ नहीं केवल एक गुजरने वाले मन केविचार है । इसे केवल एक विचार समझो और तुम मुक्त हो जाओगे।

Friday, May 16, 2008

15/5/2008

Illusions
You build a world in your mind only through your intentions, your own thought processes। You go on building a castle: what the other person is thinking about you---they may not even think about you anything. You may simply not exist in other person's consciousness, for they are worried about themselves. But you build a big castle about what they are thinking about you in your mind.

तुम अपनी दुनिया अपनी अकन्षाओं द्वारा अपने मन मैं बना लेते हो, तुम्हारे अपने ही विचारों की प्रकिया से। तुम महल बनाते रहते हो : दूसरा व्यक्ति तुम्हारे बरे मैं क्या सौच रहा है, चाहे वो तुम्हारे बारे मैं कुछ भी ना सोच रहा हो ।
तुम चाहे दुसरे व्यक्ति की चेतना मैं हो ही नही,
क्यों की वो अपने बरे में चिंता करते रहते हैं ।
परन्तु तुम अपने मन मैं बड़े-बड़े महल बना लेते हो की वेह तुम्हारे विषय मैं क्या सौच रहे हैं ।